लखनऊ, 20 मई . उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक पर अभद्र एवं अपमानजनक टिप्पणी को लेकर ब्राह्मण समाज में बेहद आक्रोश व्याप्त है. मंगलवार को लखनऊ में ब्रजेश पाठक समर्थकों ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ होर्डिंग लगायी है. वहीं प्रदेश के दूसरे जनपदों में अखिलेश यादव के पुतले फूंके गये हैं.
लखनऊ शहर के इंदिरा नगर, महानगर, पालिटेक्नीक जैसी जगहों पर एक होर्डिंग देखी गयी. जिसमें अखिलेश यादव की छोटी सी फोटो लगाकर उसके नीचे माफी मांगों, अभद्र टिप्पणी बंद करो जैसी पंक्तियां लिखी हुई है. यह होर्डिंग भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय सदस्य अच्युत पाण्डेय ने लगायी है. इसमें उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को सम्मान देते हुए उनकी बड़ी फोटो भी लगायी गयी है. इसके अतिरिक्त भाजपा के अन्य बड़े नेताओं की फोटो भी होर्डिंग पर देखी जा रही है.
कान्यकुब्ज ब्राह्मण समाज के सक्रिय पदाधिकारी संतोष बाजपेयी, शरद बाजपेयी, गौरव बाजपेयी ने कहा कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पीडीए का नारा देकर ही स्पष्ट कर दिया था, वे सवर्ण विरोधी है. क्षत्रिय, ब्राह्मण उन्हें बिल्कुल पसंद नहीं है. यहीं कारण है कि बीते दो दिनों में उन्होंने जो ट्वीट किये है, उसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के बीच तनाव पैदा करने की अखिलेश यादव ने कोशिश की है.
उन्होंने कहा कि किसी के मां बाप के संबंध में किसी भी प्रकार की टिप्पणी करने से बचना चाहिए. राजनीतिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए किसी के मां बाप का नाम राजनीति में लेकर आना बेहद शर्मनाक है. ब्राह्मण समाज पूरी तरह से इसकी आलोचना करता है और अखिलेश यादव से माफी मांगने की मांग करता है. ऐसा नहीं करने पर आगे प्रदेश की राजनीति में समाजवादी पार्टी के लिए कठिनाई की भी स्पष्ट बात करता है.
अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष रमेश पाण्डेय के नेतृत्व में मैनपुरी में अखिलेश यादव का पुतला दहन किया गया. रमेश पाण्डेय ने कहा कि जो अखिलेश यादव ने अपने जिद में ब्रजेश पाठक से माफी नहीं मांगी तो पूरे प्रदेश में समाजवादी पार्टी का बहिस्कार करेगें. अखिलेश यादव का विरोध करते रहेगें. वहीं अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के पदाधिकारियों ने अलीगढ़ में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का पुतला दहन किया. इसी तरह सुलतानपुर में ब्राह्मण समाज के कृष्ण तिवारी के नेतृत्व में अखिलेश यादव का पुतला दहन किया गया.
गोरखपुर में विश्वविद्यालय के छात्रों ने उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक पर अपमानजनक टिप्पणी करने के मामले में आक्रोशित होकर अखिलेश यादव का पुतला दहन किया. छात्र नेता शशि मिश्रा ने कहा कि कुछ समाजवादी पार्टी के नेता बोल रहे हैं, ब्रजेश पाठक तो हरिशंकर तिवारी के चेले रहे है. किसी के साथ रहकर सीखने और सहयोग करने को गुरू शिष्य या सहयोगी जैसे शब्दों से सम्बोधित किया जाता है. चेला उसे कहते है, जिसके पास दूसरा कोई काम नहीं होता और दिनरात शरण में रहता है. जबकि ब्रजेश पाठक उस दौर में भी एक सफल उद्यमी रहे. जो बाद में राजनीतिज्ञ और ब्राह्मण समाज के नेता बनकर उभरे हैं.
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/ श.चन्द्र
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