New Delhi, 14 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . लोहे और स्टील के फ्लैट बार, राउंड बार और एंगल्स जैसे प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी मित्तल सेक्शंस के शेयरों ने आज स्टॉक मार्केट में जबरदस्त गिरावट के साथ एंट्री करके अपने आईपीओ निवेशकों को निराश कर दिया. आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 143 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे. आज बीएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म पर इसकी लिस्टिंग 20 प्रतिशत डिस्काउंट के साथ 114.40 रुपये के स्तर पर हुई. लिस्टिंग के बाद से ही इस शेयर में कोई बदलाव नहीं हुआ है, जिसकी वजह से सुबह 10:45 बजे तक कारोबार होने के बाद भी ये शेयर 114.40 रुपये के स्तर पर ही बने हुए थे.
मित्तल सेक्शंस का 52.91 करोड़ रुपये का आईपीओ 7 से 9 अक्टूबर के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था. इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से भी मिला-जुला रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 2.25 गुना सब्सक्राइब हो सका था. इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन 1.13 गुना सब्सक्राइब हुआ था. वहीं नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में सिर्फ 0.55 गुना सब्सक्रिप्शन आया था. इसी तरह रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 4.08 गुना सब्सक्राइब हो सका था. इस आईपीओ के तहत 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 37 लाख नए शेयर जारी किए गए हैं. आईपीओ के जरिये जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी अपनी नई फैक्ट्री के लिए जमीन खरीदने और बिल्डिंग का कंस्ट्रक्शन करने, मशीनरी की खरीदारी करने, पुराने कर्ज का बोझ कम करने, अपनी वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी.
कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत लगातार मजबूत हुई है. वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 56 लाख रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 1.89 करोड़ रुपये और 2024-25 में उछल कर 3.61 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया. इस दौरान कंपनी की आय में लगातार गिरावट आई. वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी की आय 167.53 करोड़ रुपये थी, जो वित्त वर्ष 2024 में घट कर 161.65 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024-25 में 137.07 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गई. मौजूदा वित्त वर्ष 2025-26 की बात करें तो पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून 2025 में कंपनी को 1.47 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हो चुका है. इसी तरह इस अवधि में कंपनी को 28.17 करोड़ की आय हासिल हो चुकी है.
इस दौरान कंपनी पर कर्ज के बोझ में उतार चढ़ाव होता रहा है. वित्त वर्ष 2022-23 के आखिर में कंपनी का कर्ज 20.39 करोड़ रुपये था, जो वित्त वर्ष 2023-24 के आखिर में घट कर 15 करोड़ रुपये हो गया. इसी तरह वित्त वर्ष 2024-25 के आखिर में कंपनी का कर्ज उछल कर 21.09 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया. वहीं मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून 2025 के बाद कर्ज का बोझ 20.70 करोड़ रुपये के स्तर पर था. कंपनी के रिजर्व और सरप्लस की बात करें, तो वित्त वर्ष 2022-23 के आखिरी में ये 2.21 करोड़ रुपये के स्तर पर था, जो वित्त वर्ष 2023-24 के आखिरी में बढ़ कर 4.11 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024-25 के आखिरी में घट कर 2.47 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया. वहीं मौजदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून 2025 तक कंपनी का रिजर्व और सरप्लस 3.94 करोड़ रुपये के स्तर तक पहुंच गया.
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(Udaipur Kiran) / योगिता पाठक
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