बिजली बिल कम करने के उपाय - आजकल महंगाई इतनी बढ़ गई है कि आमदनी के मुकाबले खर्च बढ़ते जा रहे हैं। इस स्थिति में हर कोई अपने बजट को लेकर चिंतित है। चाहे जितनी भी कटौती कर लें, महीने के अंत में खर्च बढ़ ही जाता है। इसलिए, हम सभी छोटी-छोटी चीजों पर ध्यान देने लगे हैं। बिजली की खपत को कम करने के लिए हम अपने परिवार के सदस्यों को बार-बार याद दिलाते हैं। जब आवश्यकता न हो, तब बिजली का उपयोग नहीं करते हैं।
हर कमरे की लाइट बंद रखना, पंखे, कूलर या एसी का उपयोग केवल आवश्यक होने पर करना। फिर भी, अगर बिजली का बिल अधिक आ रहा है, तो यह संभव है कि मीटर की रीडिंग गलत हो। केवल अधिक बिजली खपत ही नहीं, बल्कि कुछ लापरवाहियों के कारण भी मीटर रीडिंग अधिक हो सकती है। आइए, इस विषय पर विस्तार से चर्चा करते हैं -
मीटर रीडिंग अधिक आने के कारण
मीटर रीडिंग अधिक आने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से एक मीटर से जुड़ी तारें भी हैं। अक्सर लोग इस बात पर ध्यान नहीं देते कि मीटर से जुड़ी तारें सही स्थिति में हैं या नहीं। बिजली के खंभे से आने वाली तार जो आपके मीटर से जुड़ती है और दूसरी तरफ बिजली की सप्लाई के लिए जोड़ी जाती है, ये दोनों तारें अधिक खपत का कारण बन सकती हैं।
आप बिना जरूरत के बिजली का उपयोग नहीं कर रहे हों, लेकिन मीटर से जुड़ी तार में कोई छोटी सी गलती भी अधिक यूनिट रीडिंग का कारण बन सकती है। इसलिए, मीटर से जुड़ी तारों की जांच करना बहुत आवश्यक है।
मीटर रीडिंग अधिक क्यों होती है?
अगर मीटर से बिजली सप्लाई वाली तार अधिक लंबी होती है, तो कुछ लोग इसे गोलाई में मोड़कर समेट देते हैं। ऐसा करने से बिजली सप्लाई पर अधिक भार पड़ता है। तार के मोड़ने से चुंबकीय क्षेत्र बनता है, जो तार पर अधिक दबाव डालता है।
यह दबाव कॉइल को आपस में टकराने का कारण बनता है, जिससे बिजली सप्लाई में भार बढ़ जाता है और रीडिंग भी अधिक आने लगती है। इसलिए, अगर तार अतिरिक्त है तो उसे हटा देना चाहिए या फिर एक जगह समेटकर नहीं रखना चाहिए।
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