नई दिल्ली। जस्टिस यशवंत वर्मा के आवास के स्टोर रूम में आग लगने और कैश जलने की घटना को डेढ़ महीने हो गए हैं, लेकिन अब तक इस मामले में 3 जजों की कमेटी की जांच रिपोर्ट नहीं आई है। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस संजीव खन्ना 13 मई को रिटायर भी होने जा रहे हैं। उम्मीद यही जताई जा रही है कि चीफ जस्टिस संजीव खन्ना के रिटायरमेंट से पहले ही जजों की कमेटी जस्टिस यशवंत वर्मा के घर आग से कैश जलने के मामले में अपनी रिपोर्ट सौंप देगी। इस कमेटी में पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस शील नागू, हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के जस्टिस जीएस संधावालिया और कर्नाटक हाईकोर्ट की जस्टिस अनु शिवरामन हैं।
जस्टिस यशवंत वर्मा पहले दिल्ली हाईकोर्ट में पदस्थ थे। 14 मार्च 2025 की रात दिल्ली में जस्टिस यशवंत वर्मा के सरकारी आवास के स्टोर रूम में आग लग गई। जस्टिस वर्मा तब दिल्ली में नहीं थे। वो मध्य प्रदेश गए थे। आग लगने पर जस्टिस यशवंत वर्मा के स्टाफ और परिजनों ने फायर ब्रिगेड और दिल्ली पुलिस को खबर दी। आग बुझाए जाने के बाद दिल्ली पुलिस के अफसरों ने वहां जला हुआ कैश देखा। जिसका वीडियो बनाकर उन्होंने दिल्ली के पुलिस कमिश्नर को भेजा। दिल्ली के पुलिस कमिश्नर ने ये वीडियो दिल्ली हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस डीके उपाध्याय को भेजकर सारी जानकारी दी। जिसके बाद जस्टिस उपाध्याय ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस संजीव खन्ना को जस्टिस यशवंत वर्मा के घर कैश जलने की जानकारी और वीडियो भेजा।
मीडिया में कैश जलने की खबर आने के बाद चीफ जस्टिस संजीव खन्ना ने जस्टिस डीके उपाध्याय को प्रारंभिक जांच के लिए कहा और वीडियो व आदेश सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर भी डाल दिया। जस्टिस यशवंत वर्मा ने दिल्ली हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस को बताया कि आग बुझाने के बाद जब उनके परिजन और स्टाफ मौके पर गए, तो उनको जला हुआ कैश नहीं दिखा। जस्टिस यशवंत वर्मा ने साजिश का भी अंदेशा जताया। इसके बाद 3 जजों की कमेटी बनाई गई और जस्टिस यशवंत वर्मा को इलाहाबाद हाईकोर्ट ट्रांसफर करने का चीफ जस्टिस संजीव खन्ना ने आदेश दिया। अब नजर इस पर है कि 3 जजों की कमेटी अपनी रिपोर्ट में जज के घर कैश जलने के मसले पर क्या कहती है?
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