पूरी दुनिया में भारत का कद किस तरह बढ़ रहा है,इसका एक और उदाहरण अमेरिका में देखने को मिला। अमेरिका के एक प्रभावशाली सीनेटरमार्को रूबियोने भारत के विदेश मंत्रीएस. जयशंकरसे मुलाकात के बाद भारत को अमेरिका के लिए "बेहद महत्वपूर्ण" बताया है।क्या है इस मुलाकात का मतलब?फ्लोरिडा से रिपब्लिकन पार्टी के सीनेटर मार्को रूबियो और एस. जयशंकर के बीच यह बैठक वॉशिंगटन डीसी में हुई। इस मुलाकात के बाद रूबियो ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, "आज भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर के साथ एक अच्छी बैठक हुई। भारत अमेरिका के लिए एक बेहद महत्वपूर्ण साझेदार है।"इस बयान के गहरे मायने हैं,खासकर जब पूरी दुनिया चीन की बढ़ती ताकत और उसके आक्रामक रवैये को देख रही है। अमेरिका यह समझता है कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए और चीन की चुनौती से निपटने के लिए भारत का साथ होना कितना जरूरी है।क्यों अहम है रूबियो का बयान?मार्को रूबियो अमेरिका की विदेश नीति में एक बड़ा दखल रखते हैं और वह चीन को लेकर हमेशा मुखर रहे हैं। उनका यह कहना कि भारत एक "अहम साझेदार" है,यह दिखाता है कि अमेरिकी सरकार,चाहे वह किसी भी पार्टी की हो,भारत के साथ अपने संबंधों को कितना महत्व देती है।यह बैठक भारत-अमेरिका के मजबूत होते रिश्तों का प्रतीक है। दोनों देश लोकतंत्र और आपसी हितों के आधार पर एक-दूसरे के करीब आ रहे हैं,ताकि वैश्विक चुनौतियों का मिलकर सामना कर सकें। एस. जयशंकर का अमेरिकी दौरा और वहां के नेताओं से उनकी मुलाकातें यह साबित करती हैं कि आज दुनिया भारत की आवाज को पहले से कहीं ज्यादा ध्यान से सुन रही है।
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