कुछ इंसान ऐसी हरकत कर जाते हैं, जिन्हें देखकर यह कहना मुश्किल हो जाता है कि क्या वाकई इन्हें इंसान कहना चाहिए। केरल से ऐसा ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एक अजगर के इंसान को खाने की खबरें तो आपने सुनी होंगी। लेकिन केरल में कन्नूर के पानापुझा में दो लोग अजगर को ही पकाकर खा गए। मामला सामने आने के बाद वन विभाग भी हैरान है।
वन विभाग ने गुरुवार को 2 लोगों को अजगर को मारने और फिर उसे पकाकर खाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान यू प्रमोद (40) और सी बीनेश (37) के रूप में हुई है। दोनों ही पानापुझा के रहने वाले हैं। वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक बुधवार की शाम को रबड़ के पेड़ों के पास उन्होंने एक वयस्क अजगर का शिकार किया। फिर प्रमोद के घर पर उसके टुकड़े-टुकड़े कर दिए और अजगर की करी बना डाली।
छापा मारने के बाद हैरान रह गए वन अधिकारी तालीपराम्बा फॉरेस्ट रेंज ऑफिस को खुफिया सूचना मिली कि दो शख्स अजगर का मीट पका रहे हैं। इसके तुरंत बाद वन विभाग के अधिकारियों ने टीम बनाई और प्रमोद के घर पर छापा मार दिया। वहां जो देखा, उसे देखकर उनके होश उड़ गए। एक पतीले में अजगर का मीट रखा हुआ था और दूसरी तरफ उसके शरीर के बाकी हिस्से पड़े हुए थे। वन अधिकारियों ने तुरंत मीट को अपने अपने कब्जे में ले लिया और दोनों को गिरफ्तार कर लिया। इन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जिसके बाद दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
प्रतिबंधित है अजगर का शिकार
भारत में अजगर को वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन एक्ट 1972 के तहत सुरक्षा दी गई है। अजगर की खाल और उसके मीट के लिए मारे जाने की घटनाओं को रोकने के लिए यह प्रावधान किया गया है। दोषी पाए जाने पर कम से कम 3 साल की सजा का प्रावधान है, जिसे बढ़ाकर 7 साल किया जा सकता है। इसके अलावा 25000 रुपये जुर्माने का भी प्रावधान है।
वन विभाग ने गुरुवार को 2 लोगों को अजगर को मारने और फिर उसे पकाकर खाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान यू प्रमोद (40) और सी बीनेश (37) के रूप में हुई है। दोनों ही पानापुझा के रहने वाले हैं। वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक बुधवार की शाम को रबड़ के पेड़ों के पास उन्होंने एक वयस्क अजगर का शिकार किया। फिर प्रमोद के घर पर उसके टुकड़े-टुकड़े कर दिए और अजगर की करी बना डाली।
छापा मारने के बाद हैरान रह गए वन अधिकारी तालीपराम्बा फॉरेस्ट रेंज ऑफिस को खुफिया सूचना मिली कि दो शख्स अजगर का मीट पका रहे हैं। इसके तुरंत बाद वन विभाग के अधिकारियों ने टीम बनाई और प्रमोद के घर पर छापा मार दिया। वहां जो देखा, उसे देखकर उनके होश उड़ गए। एक पतीले में अजगर का मीट रखा हुआ था और दूसरी तरफ उसके शरीर के बाकी हिस्से पड़े हुए थे। वन अधिकारियों ने तुरंत मीट को अपने अपने कब्जे में ले लिया और दोनों को गिरफ्तार कर लिया। इन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जिसके बाद दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
प्रतिबंधित है अजगर का शिकार
भारत में अजगर को वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन एक्ट 1972 के तहत सुरक्षा दी गई है। अजगर की खाल और उसके मीट के लिए मारे जाने की घटनाओं को रोकने के लिए यह प्रावधान किया गया है। दोषी पाए जाने पर कम से कम 3 साल की सजा का प्रावधान है, जिसे बढ़ाकर 7 साल किया जा सकता है। इसके अलावा 25000 रुपये जुर्माने का भी प्रावधान है।
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