अहमदाबाद: गुजरात से दिल्ली होकर ऑस्ट्रेलिया जाने के लिए निकले चार गुजरातियों के अपहरण की घटना सामने आई है। एक महिला समेत तीन पुरुषों को ईरान के तेहरान में बंधक बनाकर रखा गया है। अपहरणकर्ताओं ने ऑस्ट्रेलिया भेजने वाले एजेंट और फैमिली को टॉर्चर का वीडियो भेजकर करोड़ों रुपये की फिरौती की मांग की है। इस घटना के खुलासे के बाद मानसा से बीजेपी के विधायक जंयति पटेल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मदद मांगी है। विधायक ने अपने पत्र में घटना का उल्लेख करते हुए लिखा है कि महिला समेत मानसा के निवासी तीन पुरुष बापुपुरा गांव के निवासी हैं। दिल्ली से चारों एमिरेट्स की फ्लाइट से रवाना हुए थे। गौरतलब हो कि मानसा केंद्रीय गृह मंत्री का अपना गृह क्षेत्र है।
कैसे क्या हुआ?
आईएम गुजरात की रिपोर्ट के अनुसार मानसा के बापूपुरा और बड़पुरा गांवों के इन चार गुजरातियों को पहले दिल्ली ले जाया गया और वहां से उन्हें बैंकॉक और दुबई ले जाया गया और फिर तेहरान भेज दिया गया। ईरान पहुंचने के बाद उन्हें एक टैक्सी में बिठाकर किसी अज्ञात स्थान पर ले जाया गया। इसके बाद बंधक बना लिया गया। बंधक बनाए गए इन गुजरातियों को ईरान में भीषण यातनाएं दी गईं। आईएम गुजरात को दो कथित वीडियो क्लिप भी मिले हैं, जिनमें देखा जा सकता है कि दो युवकों को नंगा करके पीट-पीटकर मार डाला जा रहा है। ये वीडियो क्लिप इतनी भयावह हैं कि इन्हें दिखाया नहीं जा सकता।
हाथ-पैर बांधकर पिटाई
ईरान में सामने आए इस यातना के वीडियो में देखा जा सकता है कि दो युवकों के हाथ-पैर बांधकर उनकी पिटाई की जा रही है। बताया जा रहा है कि यह वीडियो पीड़ित के एजेंट और उसके परिवार वालों को भेजा गया था। उनसे फिरौती की मांग की गई थी। जिन लोगों की पिटाई हो रही है, वे भी अपहरणकर्ताओं की सभी मांगें मानने को कह रहे हैं। उनका कहना है कि वे अब और बर्दाश्त नहीं कर सकते। इन दो वीडियो के अलावा, अपहरणकर्ताओं ने एक जोड़े की हाथ बंधे हुए तस्वीर भी प्रसारित की है, जिसमें दोनों के मुंह पर कपड़ा बांधा हुआ है। मानसा विधायक जयंती पटेल ने 26 अक्टूबर को केंद्रीय गृह मंत्री को पत्र लिखकर ईरान से अपहृत गुजरातियों को सुरक्षित वापस लाने का अनुरोध किया है। चारों गुजराती 19 अक्टूबर को एमिरेट्स की उड़ान से भारत से रवाना हुए थे।
बाबा नाम के शख्स का आया नाम
तेहरान हवाई अड्डे पर उतरे इन लोगों को हेली नामक एक होटल में ले जाया गया। यह भी चर्चा है कि ईरान में बाबा नाम के एक व्यक्ति ने इनका अपहरण किया था। इस बारे में बात करते हुए मानसा के बापूपुरा गांव के सरपंच प्रकाश चौधरी ने आईएम गुजरात को बताया कि अपहृत लोगों में से तीन बापूपुरा और एक व्यक्ति बड़पुरा का है। उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें तीन दिन पहले इनके अपहरण का संदेश मिला था। हालांकि, इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है कि कौन सा एजेंट इन लोगों को ऑस्ट्रेलिया भेज रहा था? जुलाई 2023 में इसी तरह की एक घटना में डंकी रूट से अमेरिका जा रहे एक गुजराती दंपति के मामले में सामने आई थी। तब उनका भी ईरान में अपहरण कर प्रताड़ित किया गया था।उनके एजेंट से बड़ी रकम की भी मांग की गई थी। यह भी दावा किया जा रहा है कि ईरान में बंधक बनाए गए मानसा के चार लोग ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना हो गए हैं, लेकिन अभी इसकी पुष्टि बाकी है।
कैसे क्या हुआ?
आईएम गुजरात की रिपोर्ट के अनुसार मानसा के बापूपुरा और बड़पुरा गांवों के इन चार गुजरातियों को पहले दिल्ली ले जाया गया और वहां से उन्हें बैंकॉक और दुबई ले जाया गया और फिर तेहरान भेज दिया गया। ईरान पहुंचने के बाद उन्हें एक टैक्सी में बिठाकर किसी अज्ञात स्थान पर ले जाया गया। इसके बाद बंधक बना लिया गया। बंधक बनाए गए इन गुजरातियों को ईरान में भीषण यातनाएं दी गईं। आईएम गुजरात को दो कथित वीडियो क्लिप भी मिले हैं, जिनमें देखा जा सकता है कि दो युवकों को नंगा करके पीट-पीटकर मार डाला जा रहा है। ये वीडियो क्लिप इतनी भयावह हैं कि इन्हें दिखाया नहीं जा सकता।
हाथ-पैर बांधकर पिटाई
ईरान में सामने आए इस यातना के वीडियो में देखा जा सकता है कि दो युवकों के हाथ-पैर बांधकर उनकी पिटाई की जा रही है। बताया जा रहा है कि यह वीडियो पीड़ित के एजेंट और उसके परिवार वालों को भेजा गया था। उनसे फिरौती की मांग की गई थी। जिन लोगों की पिटाई हो रही है, वे भी अपहरणकर्ताओं की सभी मांगें मानने को कह रहे हैं। उनका कहना है कि वे अब और बर्दाश्त नहीं कर सकते। इन दो वीडियो के अलावा, अपहरणकर्ताओं ने एक जोड़े की हाथ बंधे हुए तस्वीर भी प्रसारित की है, जिसमें दोनों के मुंह पर कपड़ा बांधा हुआ है। मानसा विधायक जयंती पटेल ने 26 अक्टूबर को केंद्रीय गृह मंत्री को पत्र लिखकर ईरान से अपहृत गुजरातियों को सुरक्षित वापस लाने का अनुरोध किया है। चारों गुजराती 19 अक्टूबर को एमिरेट्स की उड़ान से भारत से रवाना हुए थे।
बाबा नाम के शख्स का आया नाम
तेहरान हवाई अड्डे पर उतरे इन लोगों को हेली नामक एक होटल में ले जाया गया। यह भी चर्चा है कि ईरान में बाबा नाम के एक व्यक्ति ने इनका अपहरण किया था। इस बारे में बात करते हुए मानसा के बापूपुरा गांव के सरपंच प्रकाश चौधरी ने आईएम गुजरात को बताया कि अपहृत लोगों में से तीन बापूपुरा और एक व्यक्ति बड़पुरा का है। उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें तीन दिन पहले इनके अपहरण का संदेश मिला था। हालांकि, इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है कि कौन सा एजेंट इन लोगों को ऑस्ट्रेलिया भेज रहा था? जुलाई 2023 में इसी तरह की एक घटना में डंकी रूट से अमेरिका जा रहे एक गुजराती दंपति के मामले में सामने आई थी। तब उनका भी ईरान में अपहरण कर प्रताड़ित किया गया था।उनके एजेंट से बड़ी रकम की भी मांग की गई थी। यह भी दावा किया जा रहा है कि ईरान में बंधक बनाए गए मानसा के चार लोग ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना हो गए हैं, लेकिन अभी इसकी पुष्टि बाकी है।
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