सुशांत सिंह राजपूत की मौत के करीब 5 साल बाद केंद्रीय जांच ब्यूरो ने इससे जुड़ी क्लोजर रिपोर्ट इसी साल मार्च महीने में सौंप दी। अब खबर है कि CBI ने 'क्लोजर रिपोर्ट' में दिवंगत एक्टर की मौत के मामले में एक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती को क्लीन चिट दी है। कहा है कि जांच में इस बात के कोई सबूत नहीं मिले हैं, जिससे पता चले कि उन्होंने 'अवैध रूप से बंधक बनाया, धमकी दी या आत्महत्या के लिए उकसाया गया'। क्लोजर रिपोर्ट में कहा गया है कि सुशांत ने अपने फ्लैटमेट सिद्धार्थ पिठानी से कहा था कि रिया चक्रवर्ती 'परिवार का हिस्सा' है।
हालांकि, सुशांत सिंह राजपूत का परिवार केंद्रीय जांच एजेंसी की इस रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं दिख रहा है। दिवंगत एक्टर के परिवार ने इसे एक दिखावा और अधूरा दस्तावेज बताया है। पटना की एक अदालत में इस क्लोजर रिपोर्ट पर अगली सुनवाई इसी साल 20 दिसंबर 2025 को होगी।
CBI ने मार्च महीने में सौंपी दो क्लोजर रिपोर्ट
टीवी पर 'पवित्र रिश्ता', 'झलक दिखला जा', और फिल्मों में 'काई पो चे' से लेकर 'केदारनाथ' और 'छिछोरे' जैसी फिल्मों से पॉपुलैरिटी बटोरने वाले सुशांत सिंह राजपूत की 14 जून, 2020 को मौत हो गई। वह मुंबई के बांद्रा स्थित अपने फ्लैट के बेडरूम में फंदे से लटके पाए गए थे। सुशांत की मौत की गुत्थी देश के सबसे विवादास्पद मामलों में से एक साबित हुई। सीबीआई ने इसी साल मार्च में दो क्लोजर रिपोर्ट दायर कीं। एक सुशांत सिंह राजपूत के पिता केके सिंह की ओर से पटना में रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार के खिलाफ दर्ज कराए गए मामले पर थी। जबकि दूसरी रिया द्वारा मुंबई में सुशांत सिंह राजपूत की बहनों के खिलाफ दर्ज कराए गए मामले पर थी।
केके सिंह द्वारा लगाए गए आरोप, रिया चक्रवर्ती, उनके माता-पिता लेफ्टिनेंट कर्नल इंद्रजीत चक्रवर्ती और संध्या चक्रवर्ती, भाई शोविक चक्रवर्ती, सुशांत सिंह राजपूत की मैनेजर श्रुति मोदी और हाउस मैनेजर सैमुअल मिरांडा के खिलाफ थे। 'हिंदुस्तान टाइम्स' की रिपोर्ट के मुताबिक, इस क्लोजर रिपोर्ट में सीबीआई ने पांच बड़े खुलासे किए हैं-
1. रिया चक्रवर्ती ने 8 जून को ही छोड़ दिया था सुशांत सिंह राजपूत का फ्लैट
सीबीआई ने क्लोजर रिपोर्ट में बताया है कि जांच से पता चला है कि रिया और शोविक 8 जून को सुशांत के बांद्रा स्थित फ्लैट से चले गए थे। इसके बाद दोनों में से कोई दोबारा उस घर नहीं गए। इसमें स्पष्ट किया गया है कि 8 जून, 2020 और 14 जून, 2020 के बीच कोई भी आरोपी उनके साथ या उनके घर में नहीं रहा। इन सात दिनों के दौरान, सुशांत ने रिया या उनके परिवार के किसी भी सदस्य से किसी भी जरिए से कोई बातचीत नहीं की। उन्होंने शौविक से केवल 10 जून को दोपहर 2:41 बजे व्हाट्सएप पर बात की थी।
2. सुशांत सिंह राजपूत की बहन 12 जून तक उनके साथ थीं
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि हालांकि आरोपियों में से किसी के भी सुशांत सिंह राजपूत के साथ रहने के कोई सबूत नहीं मिले, लेकिन जांच से पता चला है कि उनकी बहन, मीतू सिंह, 8 जून से 12 जून तक उनके फ्लैट में उनके साथ रहीं। रिया चक्रवर्ती और शोविक चक्रवर्ती के अलावा, सुशांत की मैनेजर श्रुति मोदी भी उसी साल फरवरी में पैर में फ्रैक्चर होने के बाद से उनके घर नहीं गईं।
3. रिया चक्रवर्ती ले गई थीं अपना एप्पल का लैपटॉप और घड़ी
सुशांत के परिवार ने रिया चक्रवर्ती के खिलाफ चोरी और गबन के आरोप लगाए। इस पर जांच एजेंसी ने कहा कि जब वह 8 जून को अपने भाई के साथ सुशांत के फ्लैट से गईं, तो वह अपना एप्पल का लैपटॉप और एप्पल की कलाई घड़ी भी ले गईं, जो सुशांत ने उन्हें गिफ्ट में दी थीं। इसके अलावा, ऐसा कोई सबूत नहीं है जिससे पता चले कि रिया या किसी अन्य आरोपी ने सुशांत के कब्जे से, बेईमानी से, या उनकी जानकारी के बिना कोई संपत्ति निकाली हो।
4. सुशांत सिंह राजपूत ने रिया चक्रवर्ती को अपना 'परिवार' कहा
केंद्रीय जांच एजेंसी के मुताबिक, रिया और सुशांत अप्रैल 2019 से जून 2020 तक लिव-इन रिलेशनशिप में थे। सुशांत के पिता के आरोपों के उलट, दिवंगत एक्टर के वित्तीय मामलों का पूरा प्रबंधन उनके चार्टर्ड अकाउंटेंट और वकील द्वारा किया जाता था। सुशांत के निर्देश पर, मैनेजर ने अक्टूबर 2019 में रिया के साथ उनकी यूरोप यात्रा की बुकिंग की थी। सीबीआई ने कहा कि सुशांत ने फ्लैटमेट सिद्धार्थ पिठानी को भी बताया था कि रिया उनके परिवार का हिस्सा थीं। एजेंसी ने कहा कि रिया को अपने परिवार का हिस्सा मानते हुए, उन पर होने वाले खर्चों को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 420 के दायरे में नहीं लाया जा सकता। इसके अलावा, सबूत यह नहीं दिखाते कि सुशांत को बहकाकर या धोखा देकर रिया को कोई चल संपत्ति दी गई थी।
5. रिया चक्रवर्ती की 'धमकी' वाली बात अफवाह
जांच एजेंसी ने अपनी क्लोजर रिपोर्ट में कहा कि उसे रिया चक्रवर्ती या किसी अन्य आरोपी द्वारा सुशांत को डिजिटल डेटा सहित किसी भी तरह की धमकी का कोई सबूत नहीं मिला। रिपोर्ट में कहा गया है, 'सुशांत के परिवार द्वारा लगाया गया एकमात्र आरोप यह है कि उसने उन्हें बताया था कि रिया ने धमकी दी थी कि अगर वह उसकी बात नहीं मानेगा तो वह उसके मेडिकल रिकॉर्ड सार्वजनिक कर देगी। हालांकि, यह सबूत अफवाहों के दायरे में है।'
आत्महत्या के लिए उकसाने, धमकी देने, बंधक बनाने के सबूत नहीं
अपनी क्लोजर रिपोर्ट के आखिर में सीबीआई ने रिया चक्रवर्ती को क्लीन चिट देते हुए कहा, 'ऐसा कोई सबूत नहीं मिला जिससे यह पता चले कि 'किसी भी आरोपी द्वारा तत्काल उकसावे/उकसाने' की बात हुई हो, जिसके कारण सुशांत ने आत्महत्या की हो। ऐसा कोई सबूत रिकॉर्ड में नहीं आया है जिससे पता चले कि सुशांत को किसी भी आरोपी या किसी अन्य व्यक्ति द्वारा अवैध रूप से बंधक बनाया गया था या किसी भी तरह से रोका गया था।'
हालांकि, सुशांत सिंह राजपूत का परिवार केंद्रीय जांच एजेंसी की इस रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं दिख रहा है। दिवंगत एक्टर के परिवार ने इसे एक दिखावा और अधूरा दस्तावेज बताया है। पटना की एक अदालत में इस क्लोजर रिपोर्ट पर अगली सुनवाई इसी साल 20 दिसंबर 2025 को होगी।
CBI ने मार्च महीने में सौंपी दो क्लोजर रिपोर्ट
टीवी पर 'पवित्र रिश्ता', 'झलक दिखला जा', और फिल्मों में 'काई पो चे' से लेकर 'केदारनाथ' और 'छिछोरे' जैसी फिल्मों से पॉपुलैरिटी बटोरने वाले सुशांत सिंह राजपूत की 14 जून, 2020 को मौत हो गई। वह मुंबई के बांद्रा स्थित अपने फ्लैट के बेडरूम में फंदे से लटके पाए गए थे। सुशांत की मौत की गुत्थी देश के सबसे विवादास्पद मामलों में से एक साबित हुई। सीबीआई ने इसी साल मार्च में दो क्लोजर रिपोर्ट दायर कीं। एक सुशांत सिंह राजपूत के पिता केके सिंह की ओर से पटना में रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार के खिलाफ दर्ज कराए गए मामले पर थी। जबकि दूसरी रिया द्वारा मुंबई में सुशांत सिंह राजपूत की बहनों के खिलाफ दर्ज कराए गए मामले पर थी।
केके सिंह द्वारा लगाए गए आरोप, रिया चक्रवर्ती, उनके माता-पिता लेफ्टिनेंट कर्नल इंद्रजीत चक्रवर्ती और संध्या चक्रवर्ती, भाई शोविक चक्रवर्ती, सुशांत सिंह राजपूत की मैनेजर श्रुति मोदी और हाउस मैनेजर सैमुअल मिरांडा के खिलाफ थे। 'हिंदुस्तान टाइम्स' की रिपोर्ट के मुताबिक, इस क्लोजर रिपोर्ट में सीबीआई ने पांच बड़े खुलासे किए हैं-
1. रिया चक्रवर्ती ने 8 जून को ही छोड़ दिया था सुशांत सिंह राजपूत का फ्लैट
सीबीआई ने क्लोजर रिपोर्ट में बताया है कि जांच से पता चला है कि रिया और शोविक 8 जून को सुशांत के बांद्रा स्थित फ्लैट से चले गए थे। इसके बाद दोनों में से कोई दोबारा उस घर नहीं गए। इसमें स्पष्ट किया गया है कि 8 जून, 2020 और 14 जून, 2020 के बीच कोई भी आरोपी उनके साथ या उनके घर में नहीं रहा। इन सात दिनों के दौरान, सुशांत ने रिया या उनके परिवार के किसी भी सदस्य से किसी भी जरिए से कोई बातचीत नहीं की। उन्होंने शौविक से केवल 10 जून को दोपहर 2:41 बजे व्हाट्सएप पर बात की थी।
2. सुशांत सिंह राजपूत की बहन 12 जून तक उनके साथ थीं
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि हालांकि आरोपियों में से किसी के भी सुशांत सिंह राजपूत के साथ रहने के कोई सबूत नहीं मिले, लेकिन जांच से पता चला है कि उनकी बहन, मीतू सिंह, 8 जून से 12 जून तक उनके फ्लैट में उनके साथ रहीं। रिया चक्रवर्ती और शोविक चक्रवर्ती के अलावा, सुशांत की मैनेजर श्रुति मोदी भी उसी साल फरवरी में पैर में फ्रैक्चर होने के बाद से उनके घर नहीं गईं।
3. रिया चक्रवर्ती ले गई थीं अपना एप्पल का लैपटॉप और घड़ी
सुशांत के परिवार ने रिया चक्रवर्ती के खिलाफ चोरी और गबन के आरोप लगाए। इस पर जांच एजेंसी ने कहा कि जब वह 8 जून को अपने भाई के साथ सुशांत के फ्लैट से गईं, तो वह अपना एप्पल का लैपटॉप और एप्पल की कलाई घड़ी भी ले गईं, जो सुशांत ने उन्हें गिफ्ट में दी थीं। इसके अलावा, ऐसा कोई सबूत नहीं है जिससे पता चले कि रिया या किसी अन्य आरोपी ने सुशांत के कब्जे से, बेईमानी से, या उनकी जानकारी के बिना कोई संपत्ति निकाली हो।
4. सुशांत सिंह राजपूत ने रिया चक्रवर्ती को अपना 'परिवार' कहा
केंद्रीय जांच एजेंसी के मुताबिक, रिया और सुशांत अप्रैल 2019 से जून 2020 तक लिव-इन रिलेशनशिप में थे। सुशांत के पिता के आरोपों के उलट, दिवंगत एक्टर के वित्तीय मामलों का पूरा प्रबंधन उनके चार्टर्ड अकाउंटेंट और वकील द्वारा किया जाता था। सुशांत के निर्देश पर, मैनेजर ने अक्टूबर 2019 में रिया के साथ उनकी यूरोप यात्रा की बुकिंग की थी। सीबीआई ने कहा कि सुशांत ने फ्लैटमेट सिद्धार्थ पिठानी को भी बताया था कि रिया उनके परिवार का हिस्सा थीं। एजेंसी ने कहा कि रिया को अपने परिवार का हिस्सा मानते हुए, उन पर होने वाले खर्चों को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 420 के दायरे में नहीं लाया जा सकता। इसके अलावा, सबूत यह नहीं दिखाते कि सुशांत को बहकाकर या धोखा देकर रिया को कोई चल संपत्ति दी गई थी।
5. रिया चक्रवर्ती की 'धमकी' वाली बात अफवाह
जांच एजेंसी ने अपनी क्लोजर रिपोर्ट में कहा कि उसे रिया चक्रवर्ती या किसी अन्य आरोपी द्वारा सुशांत को डिजिटल डेटा सहित किसी भी तरह की धमकी का कोई सबूत नहीं मिला। रिपोर्ट में कहा गया है, 'सुशांत के परिवार द्वारा लगाया गया एकमात्र आरोप यह है कि उसने उन्हें बताया था कि रिया ने धमकी दी थी कि अगर वह उसकी बात नहीं मानेगा तो वह उसके मेडिकल रिकॉर्ड सार्वजनिक कर देगी। हालांकि, यह सबूत अफवाहों के दायरे में है।'
आत्महत्या के लिए उकसाने, धमकी देने, बंधक बनाने के सबूत नहीं
अपनी क्लोजर रिपोर्ट के आखिर में सीबीआई ने रिया चक्रवर्ती को क्लीन चिट देते हुए कहा, 'ऐसा कोई सबूत नहीं मिला जिससे यह पता चले कि 'किसी भी आरोपी द्वारा तत्काल उकसावे/उकसाने' की बात हुई हो, जिसके कारण सुशांत ने आत्महत्या की हो। ऐसा कोई सबूत रिकॉर्ड में नहीं आया है जिससे पता चले कि सुशांत को किसी भी आरोपी या किसी अन्य व्यक्ति द्वारा अवैध रूप से बंधक बनाया गया था या किसी भी तरह से रोका गया था।'
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