YouTube ने अपने शॉर्ट्स वीडियो के लिए एक नया टाइमर फीचर लॉन्च किया है। फीचर के नाम से ही पता चल रहा है कि यह यूजर्स को हर रोज शॉर्ट्स देखने की लिमिट तय करने में मदद करेगा। आजकल यूट्यूब का इस्तेमाल ज्यादातर लोग करते हैं और शॉर्ट्स देखते-देखते कब घंटों निकल जाते हैं पता भी नहीं चलता है। लोगों की इस समस्या को दूर करने के लिए यूट्यूब यह फीचर लेकर आया है। इसे मोबाइल ऐप पर उपलब्ध कराया गया है। जब यूजर तय की गई समय सीमा तक पहुंच जाएगा, तो उसे एक मैसेज दिखाई देगा कि आज के लिए शॉर्ट्स देखने की समय सीमा पूरी हो गई है। हालांकि, वे इसे हटाकर शॉर्ट्स देखना जारी रख सकते हैं।
पैरेंटस कंट्रोल के लिए नहीं है टाइमर फीचर आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अभी YouTube का नया टाइमर फीचर पैरेंटल कंट्रोल के लिए नहीं आया है। इसका मतलब है कि माता-पिता अभी अपने बच्चों के लिए शॉर्ट्स देखने का समय तय नहीं कर सकते हैं। यूट्यूब का कहना है कि वे इस साल के अंत तक इस फीचर को पैरेंटल कंट्रोल में जोड़ने की योजना बना रहे हैं। इसके बाद माता-पिता यह तय कर पाएंगे कि उनके बच्चे एक दिन में कितनी देर शॉर्ट्स देख सकते हैं।
यूट्यूब में पहले ही मिलता है Take a break फीचरआपकी जानकारी के लिए बता दें कि यूट्यूब ने पहले भी ऐसे फीचर्स पेश किए हैं, जो यूजर्स को वीडियो देखते समय ब्रेक लेने की याद दिलाते हैं। जैसे कि Take a Break फीचर यूजर्स को हर 15, 30, 60 या 90 मिनट के बाद ब्रेक लेने की याद दिलाता है। यूजर इस रिमाइंडर को हटाकर वीडियो देखना जारी रख सकता है या ऐप बंद करके ब्रेक ले सकता है।
इसी तरह बेडटाइम रिमाइंडर फीचर यूजर्स को सोने का समय सेट करने की सुविधा देता है। इस समय के बाद, यूट्यूब उन्हें वीडियो देखना बंद करके सोने की याद दिलाएगा।
नए फीचर से स्क्रीन टाइम को मैनेज करने में मिलेगी मददअब यूट्यूब शॉर्ट्स के लिए नया टाइमर फीचर यूजर्स को अपने स्क्रीन टाइम को बेहतर ढंग से मैनेज करने में मदद करेगा। यह फीचर उन लोगों के लिए खास तौर पर फायदेमंद है जो अक्सर अनजाने में ही घंटों शॉर्ट्स देखते रहते हैं। यह फीचर एक तरह से डिजिटल वेलनेस को बढ़ावा देगा और लोगों के लिए काफी उपयोगी साबित हो सकता है। वे अपने स्क्रीन टाइम को आसानी से कम कर पाएंगे।
पैरेंटस कंट्रोल के लिए नहीं है टाइमर फीचर आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अभी YouTube का नया टाइमर फीचर पैरेंटल कंट्रोल के लिए नहीं आया है। इसका मतलब है कि माता-पिता अभी अपने बच्चों के लिए शॉर्ट्स देखने का समय तय नहीं कर सकते हैं। यूट्यूब का कहना है कि वे इस साल के अंत तक इस फीचर को पैरेंटल कंट्रोल में जोड़ने की योजना बना रहे हैं। इसके बाद माता-पिता यह तय कर पाएंगे कि उनके बच्चे एक दिन में कितनी देर शॉर्ट्स देख सकते हैं।
यूट्यूब में पहले ही मिलता है Take a break फीचरआपकी जानकारी के लिए बता दें कि यूट्यूब ने पहले भी ऐसे फीचर्स पेश किए हैं, जो यूजर्स को वीडियो देखते समय ब्रेक लेने की याद दिलाते हैं। जैसे कि Take a Break फीचर यूजर्स को हर 15, 30, 60 या 90 मिनट के बाद ब्रेक लेने की याद दिलाता है। यूजर इस रिमाइंडर को हटाकर वीडियो देखना जारी रख सकता है या ऐप बंद करके ब्रेक ले सकता है।
इसी तरह बेडटाइम रिमाइंडर फीचर यूजर्स को सोने का समय सेट करने की सुविधा देता है। इस समय के बाद, यूट्यूब उन्हें वीडियो देखना बंद करके सोने की याद दिलाएगा।
नए फीचर से स्क्रीन टाइम को मैनेज करने में मिलेगी मददअब यूट्यूब शॉर्ट्स के लिए नया टाइमर फीचर यूजर्स को अपने स्क्रीन टाइम को बेहतर ढंग से मैनेज करने में मदद करेगा। यह फीचर उन लोगों के लिए खास तौर पर फायदेमंद है जो अक्सर अनजाने में ही घंटों शॉर्ट्स देखते रहते हैं। यह फीचर एक तरह से डिजिटल वेलनेस को बढ़ावा देगा और लोगों के लिए काफी उपयोगी साबित हो सकता है। वे अपने स्क्रीन टाइम को आसानी से कम कर पाएंगे।
You may also like
पाकिस्तान देखता रह गया और काबुल में भारत की हो गई एंट्री, दिल्ली ने तालिबान के लिए क्यों खोले अपने दरवाजे, एक्सपर्ट से समझें
मध्य प्रदेश: दलित युवक को पेशाब पिलाने का आरोप, राज्य में क्यों बढ़ रहे हैं उत्पीड़न के ऐसे मामले?
किडनी खराब होने से पहले शरीर देते हैं यह लक्षण, जाने` इसे हेल्थी रखने का राज
Indore : शोरूम में लगी आग ने ली मालिक की जान, धुएं के गुबार से हुआ दम घुटकर दर्दनाक अंत
काली पूजा विसर्जन के दौरान मूर्ति के नीचे दबकर युवक की मौत, भाई दूज की सुबह मिला शव