लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मैदान में धुआंधार चुनावी प्रचार अभियान जारी है। सीएम योगी आदित्यनाथ बिहार की धरती से न केवल पटना की राजनीति को साध रहे हैं, बल्कि उनके निशाने पर लखनऊ से दिल्ली तक है। विपक्षी विरोध की राजनीति पर वे निशाना साधते दिख रहे हैं। इस क्रम में उन्होंने सीधे तौर पर विपक्ष के तीन बड़े चेहरों कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और बिहार में विपक्ष के सीएम फेस राजद नेता तेजस्वी यादव को निशाने पर लिया। इस क्रम में गांधी जी के तीन बंदरों से इन नेताओं का उदाहरण दिया है। इस पर राजनीति गरमानी तय मानी जा रही है।   
   
सीएम योगी ने क्या कहा?सीएम योगी आदित्यनाथ ने दरभंगा के केवटी विधानसभा सीट पर चुनाव प्रचार के दौरान विपक्ष पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने बिहार के विपक्षी गठबंधन के नेताओं का नया नामकरण कर दिया। सीएम योगी ने कहा कि आपने गांधी जी के तीन बंदरों के बारे में सुना होगा। गांधी जी के तीन बंदर थे। गांधी जी ने तो उनको शिक्षित किया था, बुरा मत देखो, बुरा मत सुनो और बुरा मत बोलो। आज इंडी गठबंधन के तीन और बंदर आ गए हैं। ये तीन बंदर पप्पू, टप्पू और पप्पू हैं। पप्पू सच बोल नहीं सकता। अच्छा बोल नहीं सकता। टप्पू अच्छा देख नहीं सकता और अप्पू सच सुन नहीं सकता।
     
सीएम योगी ने कहा कि इन लोगों को एनडीए सरकार की ओर से किए गए विकास दिखाई नहीं दे रहे हैं। उसकी खुशबू इनको सुनाई नहीं दे रही है, दिखाई नहीं दे रही है। ये उसके बारे में बोल नहीं सकते, सुन नहीं सकते, देख नहीं सकते और इसीलिए तो दुष्परचार कर रहे हैं।
     
राहुल गांधी पर सीधा हमलासीएम योगी ने सीधा हमला बोलते हुए कहा कि आपने देखा होगा कांग्रेस के नेता राहुल गांधी जब भी कहीं जाते हैं, भारत के खिलाफ बोलते हैं। भारत को अपमानित करते हैं। विदेशी आक्रांताओं को महिमामंडित करते हैं। ये तीन इंडी गठबंधन के तीन बंदरों की जोड़ी है, यह बिहार में खानदानी माफिया को गले लगा करके, अपना हमदर्द बना कर बिहार की सुरक्षा में सेंध लगाने का काम कर रहे हैं। ये बिहार की सुरक्षा में सेंध लगाने का प्रयास कर रहे हैं।
   
आखिर क्यों किया नामकरण?सीएम योगी आदित्यनाथ नामकरण या नाम बदलने को लेकर खूब चर्चा में रहे हैं। पिछले दिनों बिहार चुनाव के मैदान में उतरे सीएम योगी ने मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा को राजद उम्मीदवार बनाए जाने पर हमला बोला था। उसके नाम पर आपत्ति जताई थी। इस पर अखिनलेश यादव ने हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि सीएम को ओसामा नाम पसंद नहीं आया तो नाम बदल देते। इसमें तो वे माहिर हैं। अब बिहार चुनाव के मैदान में उतरे सीएम योगी ने राहुल गांधी, अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव का ही नाम बदल दिया।
   
बंटेंगे तो कटेंगे वाला नारादरभंगा की सभा से सीएम योगी ने एक बार फिर बंटेंगे तो कटेंगे वाले नारे को बिहार चुनाव के मैदान में लॉन्च किया। जातीय बंटवारे को रोकने की दिशा में उनका यह हमला माना जा रहा है। सीएम योगी ने कहा कि अयोध्या और मिथिला को जोड़कर के रामराज्य की अवधारणा को साकार करने की दिशा में आगे बढ़ाना है। रामराज्य की अवधारणा तभी आएगी, जब बिहार में एनडीए की सरकार आएगी। बिहार के लिए, विकसित प्रदेश के लिए यह अत्यंत महत्वपूर्ण है। एनडीए की विजय को बिहार की विजय के साथ जोड़कर के देखना होगा।
   
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में एनडीए सरकार और विकसित बिहार के लिए हमें एक रहना होगा। उन्होंने कहा कि बंटेंगे नहीं, कटेंगे भी नहीं। उन्होंने कहा कि याद रखना, बंटे थे तो कटे थे। बंटेंगे नहीं तो काटेंगे नहीं। एक रहेंगे तो सेफ भी रहेंगे और एकजुट होकर के एनडीए के प्रत्याशी भारी बहुमत से विजयी बनाकर भेजेंगे।
  
सीएम योगी ने क्या कहा?सीएम योगी आदित्यनाथ ने दरभंगा के केवटी विधानसभा सीट पर चुनाव प्रचार के दौरान विपक्ष पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने बिहार के विपक्षी गठबंधन के नेताओं का नया नामकरण कर दिया। सीएम योगी ने कहा कि आपने गांधी जी के तीन बंदरों के बारे में सुना होगा। गांधी जी के तीन बंदर थे। गांधी जी ने तो उनको शिक्षित किया था, बुरा मत देखो, बुरा मत सुनो और बुरा मत बोलो। आज इंडी गठबंधन के तीन और बंदर आ गए हैं। ये तीन बंदर पप्पू, टप्पू और पप्पू हैं। पप्पू सच बोल नहीं सकता। अच्छा बोल नहीं सकता। टप्पू अच्छा देख नहीं सकता और अप्पू सच सुन नहीं सकता।
सीएम योगी ने कहा कि इन लोगों को एनडीए सरकार की ओर से किए गए विकास दिखाई नहीं दे रहे हैं। उसकी खुशबू इनको सुनाई नहीं दे रही है, दिखाई नहीं दे रही है। ये उसके बारे में बोल नहीं सकते, सुन नहीं सकते, देख नहीं सकते और इसीलिए तो दुष्परचार कर रहे हैं।
राहुल गांधी पर सीधा हमलासीएम योगी ने सीधा हमला बोलते हुए कहा कि आपने देखा होगा कांग्रेस के नेता राहुल गांधी जब भी कहीं जाते हैं, भारत के खिलाफ बोलते हैं। भारत को अपमानित करते हैं। विदेशी आक्रांताओं को महिमामंडित करते हैं। ये तीन इंडी गठबंधन के तीन बंदरों की जोड़ी है, यह बिहार में खानदानी माफिया को गले लगा करके, अपना हमदर्द बना कर बिहार की सुरक्षा में सेंध लगाने का काम कर रहे हैं। ये बिहार की सुरक्षा में सेंध लगाने का प्रयास कर रहे हैं।
आखिर क्यों किया नामकरण?सीएम योगी आदित्यनाथ नामकरण या नाम बदलने को लेकर खूब चर्चा में रहे हैं। पिछले दिनों बिहार चुनाव के मैदान में उतरे सीएम योगी ने मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा को राजद उम्मीदवार बनाए जाने पर हमला बोला था। उसके नाम पर आपत्ति जताई थी। इस पर अखिनलेश यादव ने हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि सीएम को ओसामा नाम पसंद नहीं आया तो नाम बदल देते। इसमें तो वे माहिर हैं। अब बिहार चुनाव के मैदान में उतरे सीएम योगी ने राहुल गांधी, अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव का ही नाम बदल दिया।
बंटेंगे तो कटेंगे वाला नारादरभंगा की सभा से सीएम योगी ने एक बार फिर बंटेंगे तो कटेंगे वाले नारे को बिहार चुनाव के मैदान में लॉन्च किया। जातीय बंटवारे को रोकने की दिशा में उनका यह हमला माना जा रहा है। सीएम योगी ने कहा कि अयोध्या और मिथिला को जोड़कर के रामराज्य की अवधारणा को साकार करने की दिशा में आगे बढ़ाना है। रामराज्य की अवधारणा तभी आएगी, जब बिहार में एनडीए की सरकार आएगी। बिहार के लिए, विकसित प्रदेश के लिए यह अत्यंत महत्वपूर्ण है। एनडीए की विजय को बिहार की विजय के साथ जोड़कर के देखना होगा।
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में एनडीए सरकार और विकसित बिहार के लिए हमें एक रहना होगा। उन्होंने कहा कि बंटेंगे नहीं, कटेंगे भी नहीं। उन्होंने कहा कि याद रखना, बंटे थे तो कटे थे। बंटेंगे नहीं तो काटेंगे नहीं। एक रहेंगे तो सेफ भी रहेंगे और एकजुट होकर के एनडीए के प्रत्याशी भारी बहुमत से विजयी बनाकर भेजेंगे।
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