मुंबई : महाराष्ट्र में लंबे समय से टल रहे स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर अब तस्वीर साफ होती दिख रही है। महाराष्ट्र राज्य चुनाव आयोग मंगलवार यानि आज शाम 4 बजे मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करने जा रहा है। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राज्य चुनाव आयुक्त दिनेश वाघमारे स्थानीय निकाय चुनाव की घोषणा कर सकते हैं। जानकारी के मुताबिक, पहले फेज में नगरपालिका और नगर परिषद के चुनाव होने की संभावना है। इसके बाद ग्राम पंचायत और अन्य चुनाव कराए जाने का अनुमान है।
कब तक पूरे हो जाएंगे चुनाव?
चुनाव आयोग मुंबई सहित राज्य की 29 नगर पालिकाओं के चुनाव 15 से 20 जनवरी, 2026 के बीच कराने की कोशिश कर रहा है। नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के चुनाव के लिए मतदान नवंबर में होगा। जिला परिषदों और पंचायत समितियों के चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा नगर निगम चुनाव प्रक्रिया के दौरान या मतदान के तुरंत बाद की जाएगी। भारी बारिश और बाढ़ के कारण सरकारी मशीनरी अभी भी ग्रामीण इलाकों में राहत कार्यों में लगी हुई है। इसलिए माना जा रहा है कि ये चुनाव दिसंबर में होंगे।
विपक्ष ने लगाए ये आरोप
यह प्रेस कॉन्फ्रेंस ऐसे समय में होने जा रही है जब विपक्ष ने हाल ही में जारी 1 जुलाई की वोटर लिस्ट में गंभीर अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए चुनाव टालने की मांग की है। विपक्षी दलों का कहना है कि सूची में दोहरे और फर्जी नाम बड़ी संख्या में शामिल किए गए हैं, जिससे चुनाव प्रक्रिया की निष्पक्षता पर सवाल उठते हैं। बता दें कि राज्य में स्थानीय निकाय और नगर पालिका चुनावों का रास्ता हाल ही में साफ हुआ है। वार्ड संरचना और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण जैसे कई वर्षों से लंबित मुद्दों के कारण चुनाव में बाधा आ रही थी। यानी अगर आज चुनाव आयोग इसका एलान करती है तो पहले चरण में 246 नगर पालिकाओं और 42 नगर पंचायतों के चुनावों की घोषणा हो जाएगी।
शिवसेना ने किया था कोर्ट जाने का ऐलान
शिवसेना यूबीटी ने इस मुद्दे को लेकर सबूतों के साथ कोर्ट जाने का ऐलान किया है। पार्टी का कहना है कि यदि चुनाव लिस्ट की खामियों को दूर किए बिना कराए गए, तो लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर आंच आएगी। वहीं, चुनाव अधिकारियों का कहना है कि एक बार चुनाव की अधिसूचना जारी हो जाने के बाद अदालत का हस्तक्षेप कठिन हो जाता है। बता दें कि बीते दिनों राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के वरिष्ठ नेता और अजित पवार गुट के मंत्री दिलीप वल्से पाटिल ने निकाय चुनावों की संभावित तारीखों को लेकर एक वायरल बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि उनकी जानकारी के मुताबिक, जिला परिषद चुनाव 15 दिसंबर को और नगर निगम चुनाव 15 जनवरी को कराए जा सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने लंबित स्थानीय निकाय चुनावों की प्रक्रिया पूरी करने के लिए 31 जनवरी 2026 की अंतिम समय सीमा तय की है।
कब तक पूरे हो जाएंगे चुनाव?
चुनाव आयोग मुंबई सहित राज्य की 29 नगर पालिकाओं के चुनाव 15 से 20 जनवरी, 2026 के बीच कराने की कोशिश कर रहा है। नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के चुनाव के लिए मतदान नवंबर में होगा। जिला परिषदों और पंचायत समितियों के चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा नगर निगम चुनाव प्रक्रिया के दौरान या मतदान के तुरंत बाद की जाएगी। भारी बारिश और बाढ़ के कारण सरकारी मशीनरी अभी भी ग्रामीण इलाकों में राहत कार्यों में लगी हुई है। इसलिए माना जा रहा है कि ये चुनाव दिसंबर में होंगे।
विपक्ष ने लगाए ये आरोप
यह प्रेस कॉन्फ्रेंस ऐसे समय में होने जा रही है जब विपक्ष ने हाल ही में जारी 1 जुलाई की वोटर लिस्ट में गंभीर अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए चुनाव टालने की मांग की है। विपक्षी दलों का कहना है कि सूची में दोहरे और फर्जी नाम बड़ी संख्या में शामिल किए गए हैं, जिससे चुनाव प्रक्रिया की निष्पक्षता पर सवाल उठते हैं। बता दें कि राज्य में स्थानीय निकाय और नगर पालिका चुनावों का रास्ता हाल ही में साफ हुआ है। वार्ड संरचना और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण जैसे कई वर्षों से लंबित मुद्दों के कारण चुनाव में बाधा आ रही थी। यानी अगर आज चुनाव आयोग इसका एलान करती है तो पहले चरण में 246 नगर पालिकाओं और 42 नगर पंचायतों के चुनावों की घोषणा हो जाएगी।
शिवसेना ने किया था कोर्ट जाने का ऐलान
शिवसेना यूबीटी ने इस मुद्दे को लेकर सबूतों के साथ कोर्ट जाने का ऐलान किया है। पार्टी का कहना है कि यदि चुनाव लिस्ट की खामियों को दूर किए बिना कराए गए, तो लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर आंच आएगी। वहीं, चुनाव अधिकारियों का कहना है कि एक बार चुनाव की अधिसूचना जारी हो जाने के बाद अदालत का हस्तक्षेप कठिन हो जाता है। बता दें कि बीते दिनों राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के वरिष्ठ नेता और अजित पवार गुट के मंत्री दिलीप वल्से पाटिल ने निकाय चुनावों की संभावित तारीखों को लेकर एक वायरल बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि उनकी जानकारी के मुताबिक, जिला परिषद चुनाव 15 दिसंबर को और नगर निगम चुनाव 15 जनवरी को कराए जा सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने लंबित स्थानीय निकाय चुनावों की प्रक्रिया पूरी करने के लिए 31 जनवरी 2026 की अंतिम समय सीमा तय की है।
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