नई दिल्ली: दिवाली पार्टी को लेकर प्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इंस्टाग्राम समेत तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उनकी तस्वीरें वायरल हो रही हैं, लोग उनकी सादगी की जमकर तारीफें कर रहे हैं। वहीं कुमार विश्वास आए दिन अपनी कविताओं को लेकर चर्चा में रहते हैं। जानते हैं कुमार विश्वास की वो कविता जिसने उन्हें मालामाल और युवा लड़के-लड़कियों को मदहोश बना दिया...
कुमार विश्वास की कोई दीवाना कहता है... कविता ने न सिर्फ उनके करियर का टर्निंग प्वाइंट बनी बल्कि कॉलेज फेस्ट्स, कवि सम्मेलनों और सोशल मीडिया पर आज भी सबसे ज्यादा सुनी और शेयर की जाने वाली कविताओं में से एक है। यही कविता ने उन्हें स्टार कवि बना दिया और मालामाल भी कर दिया।
इस कविता ने 90s के रोमांटिक युवाओं की धड़कनें पकड़ लीं। कुमार विश्वास ने इसे जिस जोश, आवाज और अदा से पढ़ा, उसने हर मंच पर भीड़ खींची। इसके वीडियो ने यूट्यूब पर लाखों-करोड़ों व्यूज लिए। कॉलेजों और आयोजनों में उन्हें लाखों रुपए का मानदेय मिलने लगा। युवाओं के बीच वो एक कविता-पॉप आइकन बन गए।
कोई दीवाना कहता है- कुमार विश्वास
कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है,
मगर धरती की बेचैनी को बस बादल समझता है।
मैं तुझसे दूर कैसा हूँ, तू मुझसे दूर कैसी है,
ये तेरा दिल समझता है या मेरा दिल समझता है।
मोहब्बत एक एहसासों की पावन सी कहानी है,
कभी कबिरा दीवाना था, कभी मीरा दीवानी है।
यहाँ सब लोग कहते हैं, मेरी आँखों में आँसू हैं,
जो तू समझे तो मोती है, जो वो समझे तो पानी है।
कुमार विश्वास की कोई दीवाना कहता है... कविता ने न सिर्फ उनके करियर का टर्निंग प्वाइंट बनी बल्कि कॉलेज फेस्ट्स, कवि सम्मेलनों और सोशल मीडिया पर आज भी सबसे ज्यादा सुनी और शेयर की जाने वाली कविताओं में से एक है। यही कविता ने उन्हें स्टार कवि बना दिया और मालामाल भी कर दिया।
इस कविता ने 90s के रोमांटिक युवाओं की धड़कनें पकड़ लीं। कुमार विश्वास ने इसे जिस जोश, आवाज और अदा से पढ़ा, उसने हर मंच पर भीड़ खींची। इसके वीडियो ने यूट्यूब पर लाखों-करोड़ों व्यूज लिए। कॉलेजों और आयोजनों में उन्हें लाखों रुपए का मानदेय मिलने लगा। युवाओं के बीच वो एक कविता-पॉप आइकन बन गए।
कोई दीवाना कहता है- कुमार विश्वास
कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है,
मगर धरती की बेचैनी को बस बादल समझता है।
मैं तुझसे दूर कैसा हूँ, तू मुझसे दूर कैसी है,
ये तेरा दिल समझता है या मेरा दिल समझता है।
मोहब्बत एक एहसासों की पावन सी कहानी है,
कभी कबिरा दीवाना था, कभी मीरा दीवानी है।
यहाँ सब लोग कहते हैं, मेरी आँखों में आँसू हैं,
जो तू समझे तो मोती है, जो वो समझे तो पानी है।
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