H-1B वीजा लॉटरी सिस्टम के जरिए मिलता है, जिस वजह से आवेदन करने वाले हर शख्स को ये मिल जाए, ऐसा मुमकिन नहीं है। कंपनियां स्टूडेंट्स की तरफ से वीजा के लिए आवेदन करती है, फिर लॉटरी में नाम आने पर वीजा मिलता है। नौकरी पाने से ज्यादा मुश्किल इस वीजा को हासिल करना है। ऐसे में आइए जानते हैं कि भारतीय स्टूडेंट्स किस तरह से अपने लिए H-1B वीजा हासिल कर सकते हैं। उन्हें इसे पाने के लिए किस तरह की तैयारी करनी होगी।
ग्रेजुएशन से पहले तैयारी जरूरी
अमेरिका में जॉब के लिए H-1B वीजा पाने की तैयारी डिग्री मिलने के बाद नहीं करनी चाहिए, बल्कि इसकी शुरुआत क्लासरूम से हो जानी चाहिए। सबसे पहले आपको उन कोर्सेज को चुनना होगा, जिससे ये वीजा मिलता है। इसमें साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथ्स की फील्ड से जुड़े कोर्स शामिल हैं। इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस जैसी डिग्री होने पर आपको ऑप्शनल प्रैक्टिकल ट्रेनिंग (OPT) के जरिए तीन साल जॉब की इजाजत मिलेगी, जो आपको H-1B वीजा के लिए भी तैयार करेगी। (Freepik)
H-1B स्पांसर करने वाली कंपनियों पर नजर

आपको उन कंपनियों के बारे में पता लगाना होगा, जो H-1B वीजा के लिए स्पांसर करती हैं। इसके लिए आप डिपार्टमेंट ऑफ लेबर के डाटा का इस्तेमाल कर सकते हैं, जहां आपको H-1B के लिए स्पांसर करने वाली कंपनियों के नाम मिल जाएंगे। उन सेक्टर्स पर भी नजर रखें, जहां H-1B मिल सकता है। टेक सेक्टर के अलावा, फिनटेक, रिन्यूअबल एनर्जी और बायोटेक में भी कर्मचारियों की हायरिंग H-1B वीजा के जरिए होती है। अमेजन-गूगल के अलावा छोटी कंपनियों पर भी नजर रखें। (Freepik)
सर्टिफिकेशन पाने और कम्युनिकेशन सुधारने पर करें काम

जॉब मार्केट में नौकरी के लिए मारा-मारी है। इस वजह से आपको अपनी जॉब प्रोफाइल ऐसी बनानी होगी कि कोई कंपनी नौकरी देने से ना नहीं कर पाए। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्लाउड कंप्यूटिंग या साइबर सिक्योरिटी से जुड़े सर्टिफिकेशन हासिल करें। कम्युनिकेशन स्किल को बेहतर बनाएं, ताकि इंटरव्यू में कोई दिक्कत ना आने पाए। इसी तरह से नेटवर्किंग पर जोर दें। इसके लिए आप अल्युमिनाई कनेक्शन बढ़ा सकते हैं। लिंक्डइन जैसे प्लेटफॉर्म पर नेटवर्किंग कर सकते हैं। (Freepik)
OPT-CPT हासिल करने से ना चूकें

H-1B वीजा पाने के लिए पहले किसी कंपनी में वर्क एक्सपीरियंस हासिल करना जरूरी होता है। ये काम आप ऑप्शनल प्रैक्टिकल ट्रेनिंग (OPT) और करिकुलर प्रैक्टिकल ट्रेनिंग (CPT) के जरिए कर सकते हैं। OPT डिग्री मिलने के बाद H-1B लॉटरी में दाखिल होने का ऑप्शन देता है। इसी तरह से CPT के जरिए आप पढ़ाई के साथ-साथ जॉब पा सकते हैं। इन दोनों के लिए रजिस्ट्रेशन का समय मार्च होता है, जिसे चूकने पर आपका H-1B पाने का ख्वाब भी टूट जाएगा। (Freepik)
वकील से बात करें और बैकअप प्लान बनाएं
H-1B वीजा पाने के लिए इमिग्रेशन वकीलों से सलाह ली जा सकती है। वे अमेरिका के इमिग्रेशन कानूनों के बारे में अच्छी तरह से बता सकते हैं। जिन कंपनियों के पास खुद के वकील होते हैं, वहां जॉब करने वालों को H-1B वीजा मिलने की संभावना ज्यादा रहती है। अगर किसी को H-1B वीजा नहीं मिल पाता है, तो उनके पास बैकअप प्लान भी होना चाहिए। वे अन्य वर्क वीजा के लिए कोशिश कर सकते हैं। (Freepik)
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