New Delhi, 3 अक्टूबर . ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान India ने Pakistan में 300 किलोमीटर अंदर तक हमला किया था. भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने यह खुलासा किया है. उन्होंने कहा कि यह दुश्मन के क्षेत्र में अब तक की सबसे लंबी दूरी थी.
एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने Friday को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायुसेना ने न सिर्फ दुश्मन के क्षेत्र में अंदर तक प्रवेश किया, बल्कि 300 किलोमीटर तक की अब तक की सबसे लंबी दूरी की मार भी हासिल की, जिससे Pakistan अपने ही क्षेत्र में संचालन करने में असमर्थ रहा.”
एयर मार्शल सिंह ने मिशन की रणनीतिक सफलता पर कहा, “हम दुश्मन के क्षेत्र में अंदर तक प्रवेश करने और उच्च सटीकता के साथ हमले करने में सक्षम थे.” उन्होंने India की मजबूत वायु रक्षा संरचना को इस समग्र योजना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का श्रेय दिया, जिसने ऑपरेशन के दौरान संपत्तियों के निर्बाध समन्वय और सुरक्षा को संभव बनाया.
इस दौरान उन्होंने भारतीय वायुसेना के विमानों को मार गिराने के Pakistanी दावों को खारिज किया. एपी सिंह ने स्पष्ट रूप से कहा कि Pakistan के दावे सिर्फ ‘मनोहर कहानियां’ हैं.
वायुसेना प्रमुख एपी सिंह ने Friday को प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक सवाल के जवाब में कहा, “उन्होंने (Pakistan) कहा कि हमने इतने जेट गिराए? मैं अब भी कुछ नहीं बोलूंगा और न ही बोलना चाहूंगा. अगर Pakistan को लगता है कि उसने हमारे 15 जेट गिराए हैं तो उन्हें सोचने दो. मुझे उम्मीद है कि उन्हें इस बात का यकीन हो गया होगा और जब वे दोबारा लड़ने आएंगे तो मेरे बेड़े में 15 कम विमान होंगे, तो मैं इसके बारे में बात क्यों करूं?”
उन्होंने कहा, “आज भी मैं इस बारे में कुछ नहीं कहूंगा कि क्या हुआ, कितना नुकसान हुआ और कैसे हुआ, क्योंकि उन्हें पता तो चलने दीजिए.”
एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने सवाल किया, “क्या आपने एक भी तस्वीर देखी है जहां हमारे किसी एयरबेस पर कुछ गिरा हो, हमें कोई टक्कर लगी हो, कोई हैंगर तबाह हुआ हो या ऐसा कुछ? हमने उन्हें उनकी जगहों की इतनी सारी तस्वीरें दिखाईं, लेकिन वे हमें एक भी तस्वीर नहीं दिखा पाए, तो उनकी कहानी ‘मनोहर कहानियां’ है. उन्हें खुश रहने दीजिए. आखिरकार उन्हें भी अपनी प्रतिष्ठा बचाने के लिए अपनी जनता को कुछ तो दिखाना ही है. मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता.”
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में उन्होंने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर सबसे महत्वपूर्ण था. पहलगाम की घटना के बाद हमने तय किया कि जिम्मेदार लोगों को उनके किए की सजा मिलनी चाहिए और निर्दोष लोगों की हत्या करने वालों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए. भारतीय सशस्त्र बलों को एक स्पष्ट निर्देश दिया गया था, जिसमें भारतीय वायुसेना को आतंकवादी शिविरों से जुड़े 9 में से दो प्रमुख लक्ष्यों को निशाना बनाने में प्रमुख हितधारक बनाया गया था.”
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डीसीएच/वीसी
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