पंजाब के पूर्व DGP मोहम्मद मुस्तफा और पूर्व कैबिनेट मंत्री रजिया सुल्ताना के बेटे पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के वकील अकील अख्तर (35) की पंचकूला स्थित आवास पर संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत ने अब एक नया मोड़ ले लिया है. परिवार की ओर से पहले इस घटना को दवाई का ओवरडोज बताते हुए मौत करार दिया गया था, लेकिन इस मामले में पूर्व DGP मोहम्मद मुस्तफा, उनकी पत्नी (कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री रजिया सुल्ताना) और बहन सहित परिवार के अन्य सदस्यों पर पंचकूला के MDC पुलिस थाने में हत्या की FIR दर्ज की गई है.
पंजाब के DGP रह चुके मोहम्मद मुस्तफाअकील अख्तर के पिता मोहम्मद मुस्तफा 1985 बैच के IPS अफसर थे. वे साल 2021 में DGP पद से रिटायर हुए थे. इसके बाद उन्होंने राजनीति में आने का फैसला लिया और कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए. वे कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार भी रह चुके हैं. इस मामले में शमशुद्दीन नाम के व्यक्ति ने पंचकूला के पुलिस कमिश्नर को शिकायत पत्र दिया और अकील अख्तर की एक वीडियो सौंपी, जिसको आधार बनाकर अब पंचकूला MDC थाना पुलिस ने मोहम्मद मुस्तफा, उनकी पत्नी पूर्व मंत्री रजिया सुल्ताना, पुत्रवधू व बेटी के खिलाफ धारा 103 (1), 61 BNS के तहत मामला दर्ज किया है.
परिवार पर हत्या और आपराधिक षडयंत्र रचने का मामला दर्जमोहम्मद मुस्तफा पर अकील अख्तर की हत्या और आपराधिक षडयंत्र रचने का मामला दर्ज हुआ है. उनके साथ-साथ उनकी पत्नी, बेटी और पुत्रवधू के खिलाफ भी षडयंत्र में शामिल होने का मामला दर्ज हुआ है. 16 अक्टूबर को हरियाणा के पंचकूला में मोहम्मद मुस्तफा के घर पर संदिग्ध हालात में अकील अख्तर की मौत हुई थी. परिवार ने शव को लेकर पंचकूला के सेक्टर-6 सिविल अस्पताल पहुंचा, जहां पर दवाई के ओवरडोज को अकील की मौत का कारण बताया गया.
डॉक्टरों की टीम ने पोस्टमार्टम करने के बाद विसरा जांच के लिए रख लिया और अकील के शव को परिजनों को सौंप दिया. परिजनों ने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में अपने पैतृक गांव में जाकर शव को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया. इस पूरे मामले में शम्शुद्दीन चौधरी नाम के एक व्यक्ति ने पंचकूला पुलिस को शिकायत दी और अकील अख्तर के द्वारा 27 अगस्त को बनाया गया एक वीडियो भी शेयर किया. शम्शुद्दीन चौधरी पंजाब के मलेरकोटला में मोहम्मद मुस्तफा और उनके परिवार के पड़ोसी हैं.
अकील अख्तर को घर पर बंधक बनाकर रखा गयाउनके मुताबिक, ये पूरा मामला बेहद ही संदिग्ध है. परिवार पिछले कई दशकों से राजनीति पंजाब के मलेरकोटला में कर रहा है, लेकिन अकील अख्तर की मौत के बाद उसके शव को मलेरकोटला लाने की बजाय सहारनपुर के पैतृक गांव ले जाया गया, जहां पर पिछले कई सालों से परिवार नहीं गया है. ये बेहद ही संदेह की बात है. शम्शुद्दीन चौधरी ने कहा कि अकील अख्तर को घर पर बंधक बनाकर रखा गया था. उसके द्वारा लगातार जो आरोप अपने वीडियो में लगाए गए हैं, उनकी जांच की जानी बेहद ही जरूरी है. इसी वजह से उन्होंने इस मामले को पंचकूला पुलिस के सामने रखा है.
16 मिनट 11 सेकंड का वीडियोपूर्व डीजीपी के बेटे अकील अख्तर का 27 अगस्त का एक वीडियो सामने आया है. इसमें वह कह रहा है कि परिवार के लोग उसे मारने के लिए साजिशें रच रहे हैं. उसने अपने पिता-पत्नी के अवैध संबंधों का भी जिक्र किया है. अकील ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर 27 अगस्त को वीडियो शेयर किया था. 16 मिनट 11 सेकंड के इस वीडियो में अकील ने शुरुआत में कहा कि, “आज 27 अगस्त 2025 है. मैं अपने रिकॉर्ड रखने के लिए ही वीडियो शूट कर रहा हूं. मैंने डेढ़ साल पहले अपने डैड और वाइफ का अफेयर डिस्कवर किया. मुझे यह पहले ही पता लगना चाहिए था. हालांकि शादी के एक साल बाद 2018 में मैंने इन्हें ड्रेसिंग रूम के पास पकड़ लिया, लेकिन वह भाग गया था.”
मैं बहुत मेंटली प्रेशर में हूंअकील ने वीडियो में आगे कहा कि इसके बाद उसने मेरे को डिटेन कराया, लीगली. मैं बहुत मेंटली प्रेशर में हूं. मेरे को लगता है कि आज फिर झूठा केस करेंगे. एक बार ये ऑलरेडी ट्राइ कर चुके हैं. एक मामले में इन्होंने झूठा पर्चा कर दिया. उस वक्त SHO और कमिश्नर ने कहा था कि पर्चा मत करो, टिक नहीं पाएगा. मेरी मां और मेरी बहन मेरे डैड के कमरे में बैठे बात कर रहे थे कि इसका कुछ इंतजाम करो. पंचकूला में इनकी चल नहीं पा रही, क्योंकि यहां की पुलिस इनके अंडर में नहीं आती. वह बात कर रहे थे कि चुनाव जीतने के बाद इसका फैसला करेंगे. मुझे कहते थे कि तेरा कैरेक्टर मैं स्टेब्लिश कर दूंगा.
बहन पर लगाए गंभीर आरोपवीडियो में अकील ने बहन पर भी गंभीर आरोप लगाए. उसने कहा कि मेरी बहन घर छोड़कर किसी के साथ चली गई थी. वह किसी से शादी करना चाहती थी, जबकि घर वाले उसके खिलाफ थे. मेरे घर वाले उसको पसंद नहीं करते थे. आगे बताया कि मैं उस समय 2012 में सोनीपत से लॉ कर रहा था. हां, मैं ये नहीं जानता कि वह कैसी है. मुझे ये भी नहीं पता कि ये कहां से पैसे अरेंज करती थी. अकील ने आगे कहा कि मुझे जबरदस्ती रिहेब सेंटर में रखा गया, जबकि मैं पहले ही रिहेब सेंटर होकर आया था. मैं बिल्कुल क्लीन था. मैं नशे में नहीं था, मुझे न ही डॉक्टर को दिखाया गया. जब मैंने रिहेब सेंटर में अपनी फीलिंग शेयर की तो ये बात मेरे घर वालों को पता चली. उन्होंने मुझे वहां से निकाल लिया.
इंस्पेक्टर मुझे उठा ले गयादो-तीन महीनों बाद जून में घरवालों ने आरोप लगाए कि तुम्हारे गैंगस्टरों के साथ संबंध हैं, जबकि मैं उस समय अपनी बुक पढ़ रहा था. इंस्पेक्टर आता है और मुझे उठाकर ले जाता है. पंजाब पुलिस आती है, मुझे हरियाणा से उठाकर ले जाती है. मेरे बार एग्जाम हैं. अकील ने वीडियो में आगे कहा कि वे पंजाब स्टेट मशीनरी का यूज करके मुझसे पैसे छीन लेते हैं. कहते हैं कि इतनी बड़ी रकम हम तेरे हाथ में कैसे दे दें, तू नशा कर लेगा. मैंने कभी भी अपने घरवालों से कोई हिस्सा नहीं मांगा, जबकि मलेरकोटला में ये कह रहे हैं कि ये तो पागल हो गया है. मेरा बिना परीक्षण कराए मुझे पागलों वाली दवाई खिलाई. वीडियो में आरोप लगाया गया कि ये मुझे कुत्ता बोलते हैं, धक्का देते हैं. मेरे पास इसके वीडियो भी हैं. आगे अपनी बहन को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की. मुझे डराते हैं कि यदि तूने कुछ किया तो हम तेरे पर रेप केस लगा देंगे.
3 मिनट का एक और वीडियोइसी बीच अकील अख्तर का एक और वीडियो भी सामने आया. तीन मिनट की इस वायरल वीडियो में अकील अख्तर ने अपने परिवार वालों को क्लीन चिट दी है. अकील अख्तर इस वीडियो में कह रहा है कि पूर्व में उसने अपने परिजनों के खिलाफ जो भी आरोप लगाए थे, वो निराधार हैं. ये आरोप उसने अपनी तबीयत खराब होने की स्थिति में लगाए थे. अकील अख्तर इस वीडियो में अपने परिवार द्वारा की जा रही उसकी देखभाल का जिक्र कर रहा है. अकील अख्तर अपनी बहन के बारे में भी बता रहा है कि वो उसका काफी ख्याल रखती है.
DCP सृष्टि गुप्ता ने दी जानकारीइस मामले में डीसीपी पंचकूला सृष्टि गुप्ता ने बताया कि 16 अक्टूबर को सेक्टर-4 माता मनसा देवी कॉम्प्लेक्स, पंचकूला निवासी अकील अख्तर अपने घर में मृत मिला था. परिजनों ने पुलिस को सूचना दी, उनका बयान दर्ज किया गया. प्रारंभिक जांच में कोई संदिग्ध बात सामने नहीं आई, जिसके बाद पोस्टमॉर्टम करवाकर शव परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए सौंप दिया गया. बाद में सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट और वीडियो सामने आए, जो मृतक द्वारा मौत से पहले बनाए गए बताए जा रहे हैं, जिनमें उसने निजी विवादों और अपनी जान के खतरे की आशंका जताई थी.
जांच के लिए SIT गठित17 अक्टूबर को पंजाब के मालेरकोटला निवासी शम्शुद्दीन चौधरी द्वारा इस घटना में संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत की शिकायत भी दर्ज कराई गई. सृष्टि गुप्ता ने बताया कि निष्पक्ष, पारदर्शी और सबूत-आधारित जांच के लिए एसीपी रैंक अधिकारी की निगरानी में एक विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया गया है. एसआईटी इस मामले के हर पहलू की गहन जांच करेगी. जांच निष्पक्ष और खुले मन से की जाएगी, ताकि दोषी को बख्शा न जाए और किसी निर्दोष के साथ अन्याय न हो.
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