Air Hostess Secret Room: हवाई यात्रा हमेशा से ही रोमांचक अनुभव रही है. हजारों फीट की ऊंचाई से धरती का नजारा देखना और कम समय में लंबी दूरी तय करना इस माध्यम को खास बनाता है. लेकिन जहां यह यात्रा यात्रियों के लिए आरामदायक होती है. वहीं पायलट और एयरक्रू के लिए यह शारीरिक रूप से थकाने वाली हो सकती है. ऐसे में सवाल उठता है – जब क्रू थक जाते हैं. तो क्या वे भी सोते हैं? आइए इस रहस्य से पर्दा उठाते हैं.
क्या सच में प्लेन में होता है कोई सीक्रेट रूम?बहुत से लोगों को यह जानकर हैरानी होगी कि हर फ्लाइट में एक ऐसा हिस्सा होता है, जहां केवल क्रू मेंबर्स को ही जाने की अनुमति होती है. यह हिस्सा यात्रियों से छुपा होता है और इसे आमतौर पर क्रू रेस्ट कंपार्टमेंट कहा जाता है.
यह सीक्रेट रूम केबिन या कार्गो नहीं होतायह जो सीक्रेट रूम होता है, वह कोई आम स्टोरेज एरिया या पायलट का केबिन नहीं होता. बल्कि यह पूरी तरह से एयर होस्टेस और पायलट्स की थकान मिटाने के लिए तैयार किया गया स्पेशल स्पेस होता है.
लंबी दूरी की उड़ानों (long-haul flights) में यह हिस्सा बेहद जरूरी होता है. क्रू मेंबर्स को काम के बीच थोड़ा आराम देने के लिए विमान के अंदर एक छुपा हुआ विश्राम कक्ष तैयार किया जाता है. यह अक्सर विमान के ऊपरी डेक या मुख्य डेक के ऊपर वाले हिस्से में होता है.
इसमें कैसा होता है इंटीरियर और आराम की व्यवस्था?इस कंपार्टमेंट में छोटे-छोटे बिस्तर जैसे सेटअप होते हैं. इनमें गद्दे और कंबल दिए जाते हैं ताकि क्रू आराम से सो सके. इसके अलावा यहां कुछ आरामदायक कुर्सियां भी होती हैं. कुछ आधुनिक एयरक्राफ्ट में बर्थ कैप्सूल दिए जाते हैं जो थोड़ी प्राइवेसी भी प्रदान करते हैं.
किस तरह की सुविधाएं मिलती हैं इस सीक्रेट रूम में?इन रेस्ट एरियाज में रोशनी को कंट्रोल करने की सुविधा होती है. ताकि सोने में कोई परेशानी न हो. साथ ही, इसमें टेम्परेचर कंट्रोल की भी सुविधा होती है जिससे मौसम के अनुसार आराम मिल सके. हर सुविधा इस बात का ध्यान रखती है कि क्रू पूरी तरह से तरोताजा होकर दोबारा अपनी ड्यूटी कर सके.
क्यों जरूरी होता है यह सीक्रेट रूम?पायलट और एयर होस्टेस को कई बार लगातार 10 से 15 घंटे तक काम करना पड़ता है, खासकर अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स में. ऐसे में अगर उन्हें आराम नहीं मिलेगा, तो उनकी एकाग्रता और परफॉर्मेंस पर असर पड़ सकता है. इसलिए यह कंपार्टमेंट उनके लिए न केवल सुविधाजनक है. बल्कि सुरक्षा और कुशल संचालन के लिहाज से जरूरी भी है.
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