धीरे-धीरे हम सभी के बैंक खाते दिवाली बोनस के साथ क्रेडिट होना शुरू हो चुके हैं। हममें से कई सारे लोग इन पैसों को खर्च करने की पहले से ही प्लानिंग कर चुके हैं। लेकिन क्या आपने ठहरकर सोचा है कि बोनस की रकम को शॉपिंग और शौक में उड़ा देना कितनी समझदारी है?
हालांकि बोनस को खर्च करने से पहले हमें एक बार सोचना चाहिए। इसे हम कई जरूरी मदों में खर्च कर सकते हैं। साथ ही भविष्य के लिए एक मजबूत नींव तैयार कर सकते हैं। आइए बोनस इस्तेमाल के स्मार्ट तौर-तरीकों को समझते हैं।
तीन हिस्सों बांटकर करें खर्च
बोनस के पैसों को शॉपिंग और शौक पर खर्च करने से भले ही तात्कालिक खुशी मिलती है, लेकिन यह सही फैसला नहीं होता है। ऐसे में हम बोनस को हम तीन हिस्सों में बांट सकते हैं।
फाइनेंशियली फिट रहने के लिए कर्ज चुकाना समझदारी
फाइनेंशियली फिट रहने का सबसे आसान और जरूरी तरीका है जितना कम हो सके उतना कम कर्ज रखना। राइट होराइजन के फाउंडर और सीईओ अनिल रेगो कहते हैं, “क्रेडिट कार्ड का बकाया अनसिक्योर्ड लोन माना जाता है, इसलिए इन पर ब्याज दर बहुत ज्यादा होती है। अगर आप पेमेंट मिस कर देते हैं तो इस पर 36% से 48% तक ब्याज देना पड़ सकता है। इसके अलावा, कोई भी पेमेंट मिस करने से आपका क्रेडिट स्कोर भी खराब होता है।
अगर आप पूरा कर्ज एक साथ नहीं चुका सकते, तो बोनस की राशि का कुछ हिस्सा लगाकर आंशिक भुगतान करें। इससे भी ब्याज का खर्च कुछ हद तक घटाया जा सकता है। ऐसा ही तरीका पर्सनल लोन, कार लोन या होम लोन पर भी अपनाया जा सकता है।
बड़े और लंबी अवधि वाले लोन, जैसे होम लोन, की प्रीपेमेंट करने से लोन की अवधि कम होती है और कुल ब्याज में काफी बचत होती है। आगे जानिए कि होम लोन की प्रीपेमेंट कैसे की जा सकती है।
इन्वेस्टमेंट की कमी पूरी करेंबोनस का एक और समझदारी भरा इस्तेमाल है कि आप अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग में मौजूद इन्वेस्टमेंट की कमियों को भरना सकते हैं। अधिकतर लोग अपनी बचत रिटायरमेंट, बच्चों की पढ़ाई या दूसरे लॉन्ग टर्म के गोल्स के लिए करते हैं। लेकिन कई बार सैलरी न बढ़ने या बाकी देनदारियां पूरी करने के कारण ये लक्ष्य समय पर पूरे नहीं हो पाते हैं।
ऐसे में दिवाली बोनस जैसी एकमुश्त राशि को इन्वेस्टमेंट के लिए इस्तेमाल करने की आदत बनानी चाहिए। सीमित बजट पर रहने वाले लोग भी इस तरह की रकम को नियमित निवेश के साथ जोड़कर बड़ा फंड तैयार कर सकते हैं।
रेगो कहते हैं, “उदाहरण के लिए, बोनस की राशि का कुछ हिस्सा घर की डाउन पेमेंट के लिए फंड बनाने में लगाया जा सकता है। अगर आप जल्दी इन्वेस्टमेंट शुरू करते हैं, तो कंपाउंडिंग का फायदा उठाकर पैसे को आपके लिए काम पर लगाया जा सकता है।”
इसके लिए आप गोल्ड-सिल्वर या म्यूचुअल फंड, फिक्स्ड डिपॉजिट या अन्य स्कीम्स में इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं।
खर्च करना भी जरूरीकई लोग दिवाली बोनस से नया फोन, टीवी या कोई लंबित यात्रा पूरी करने की योजना बनाते हैं। ऐसा करना गलत नहीं है। आखिर यह बोनस आपकी मेहनत का ही फल है। लेकिन समझदारी यह है कि पहले अपने कर्ज चुका दें और निवेश करें, उसके बाद बाकी राशि खुद पर खर्च करें।
बोनस का एक फायदा यह भी है कि आपको शॉपिंग या यात्रा के लिए क्रेडिट कार्ड स्वाइप करने या पर्सनल लोन लेने की जरूरत नहीं पड़ती है।
अगर आप इस फेस्टिव सीजन में कुछ खरीदने के मूड में नहीं हैं और इसकी जगह छुट्टियों पर जाना चाहते हैं, तो बोनस का इस्तेमाल करना लोन लेकर घूमने से कहीं बेहतर विकल्प है।
हालांकि बोनस को खर्च करने से पहले हमें एक बार सोचना चाहिए। इसे हम कई जरूरी मदों में खर्च कर सकते हैं। साथ ही भविष्य के लिए एक मजबूत नींव तैयार कर सकते हैं। आइए बोनस इस्तेमाल के स्मार्ट तौर-तरीकों को समझते हैं।
तीन हिस्सों बांटकर करें खर्च
बोनस के पैसों को शॉपिंग और शौक पर खर्च करने से भले ही तात्कालिक खुशी मिलती है, लेकिन यह सही फैसला नहीं होता है। ऐसे में हम बोनस को हम तीन हिस्सों में बांट सकते हैं।
- पहला हिस्सा- 30% फेस्टिवल
- दूसरा हिस्सा- 30% शौक
- तीसरा हिस्सा- 60% इन्वेस्टमेंट
फाइनेंशियली फिट रहने के लिए कर्ज चुकाना समझदारी
फाइनेंशियली फिट रहने का सबसे आसान और जरूरी तरीका है जितना कम हो सके उतना कम कर्ज रखना। राइट होराइजन के फाउंडर और सीईओ अनिल रेगो कहते हैं, “क्रेडिट कार्ड का बकाया अनसिक्योर्ड लोन माना जाता है, इसलिए इन पर ब्याज दर बहुत ज्यादा होती है। अगर आप पेमेंट मिस कर देते हैं तो इस पर 36% से 48% तक ब्याज देना पड़ सकता है। इसके अलावा, कोई भी पेमेंट मिस करने से आपका क्रेडिट स्कोर भी खराब होता है।
अगर आप पूरा कर्ज एक साथ नहीं चुका सकते, तो बोनस की राशि का कुछ हिस्सा लगाकर आंशिक भुगतान करें। इससे भी ब्याज का खर्च कुछ हद तक घटाया जा सकता है। ऐसा ही तरीका पर्सनल लोन, कार लोन या होम लोन पर भी अपनाया जा सकता है।
बड़े और लंबी अवधि वाले लोन, जैसे होम लोन, की प्रीपेमेंट करने से लोन की अवधि कम होती है और कुल ब्याज में काफी बचत होती है। आगे जानिए कि होम लोन की प्रीपेमेंट कैसे की जा सकती है।
इन्वेस्टमेंट की कमी पूरी करेंबोनस का एक और समझदारी भरा इस्तेमाल है कि आप अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग में मौजूद इन्वेस्टमेंट की कमियों को भरना सकते हैं। अधिकतर लोग अपनी बचत रिटायरमेंट, बच्चों की पढ़ाई या दूसरे लॉन्ग टर्म के गोल्स के लिए करते हैं। लेकिन कई बार सैलरी न बढ़ने या बाकी देनदारियां पूरी करने के कारण ये लक्ष्य समय पर पूरे नहीं हो पाते हैं।
ऐसे में दिवाली बोनस जैसी एकमुश्त राशि को इन्वेस्टमेंट के लिए इस्तेमाल करने की आदत बनानी चाहिए। सीमित बजट पर रहने वाले लोग भी इस तरह की रकम को नियमित निवेश के साथ जोड़कर बड़ा फंड तैयार कर सकते हैं।
रेगो कहते हैं, “उदाहरण के लिए, बोनस की राशि का कुछ हिस्सा घर की डाउन पेमेंट के लिए फंड बनाने में लगाया जा सकता है। अगर आप जल्दी इन्वेस्टमेंट शुरू करते हैं, तो कंपाउंडिंग का फायदा उठाकर पैसे को आपके लिए काम पर लगाया जा सकता है।”
इसके लिए आप गोल्ड-सिल्वर या म्यूचुअल फंड, फिक्स्ड डिपॉजिट या अन्य स्कीम्स में इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं।
खर्च करना भी जरूरीकई लोग दिवाली बोनस से नया फोन, टीवी या कोई लंबित यात्रा पूरी करने की योजना बनाते हैं। ऐसा करना गलत नहीं है। आखिर यह बोनस आपकी मेहनत का ही फल है। लेकिन समझदारी यह है कि पहले अपने कर्ज चुका दें और निवेश करें, उसके बाद बाकी राशि खुद पर खर्च करें।
बोनस का एक फायदा यह भी है कि आपको शॉपिंग या यात्रा के लिए क्रेडिट कार्ड स्वाइप करने या पर्सनल लोन लेने की जरूरत नहीं पड़ती है।
अगर आप इस फेस्टिव सीजन में कुछ खरीदने के मूड में नहीं हैं और इसकी जगह छुट्टियों पर जाना चाहते हैं, तो बोनस का इस्तेमाल करना लोन लेकर घूमने से कहीं बेहतर विकल्प है।
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