अनुभवी मिडिल ऑर्डर भारतीय बल्लेबाज श्रेयस अय्यर ने हाल ही में बीसीसीआई को एक ई-मेल से यह सूचित किया कि वे छह महीनों तक रेड-बॉल, यानी टेस्ट क्रिकेट से दूर रहना चाहते हैं। यह फैसला श्रेयस ने अपनी पीठ की समस्या को मद्देनजर रखते हुए उठाया। बीसीसीआई ने श्रेयस की परेशानी को समझते हुए उन्हें रेड-बॉल क्रिकेट से छह महीने का ब्रेक दिया, जैसा कि श्रेयस ने मांगा था।
अय्यर को ऑस्ट्रेलिया ‘ए’ के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट श्रृंखला के लिए भारतीय ‘ए’ दल का कप्तान घोषित किया गया था। लेकिन पहले अनौपचारिक टेस्ट के उपरांत उन्होंने मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर से बातचीत की और ब्रेक लेने का फैसला किया, जिसके चलते विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरेल को कप्तानी की जिम्मेदारी सौंपी गई। इसके अलावा बीसीसीआई ने श्रेयस को 30 सितंबर से शुरू होने वाली अनौपचारिक एक दिवसीय श्रृंखला का कप्तान भी घोषित किया।
श्रेयस अय्यर ने बताया कि उन्हें पीठ में स्टिफनेस के कारण टेस्ट क्रिकेट में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। अय्यर ने बोर्ड को सूचित किया कि उन्होंने पिछले साल रणजी ट्रॉफी का एक मैच खेला था, जहाँ वह ओवरों के बीच में ब्रेक ले सकते थे; हालाँकि, वह इंडिया ‘ए’ या टेस्ट क्रिकेट खेलते समय ऐसा नहीं कर सकते हैं।
सूचना के अनुसार यह समझा गया है कि श्रेयस फील्ड पर चार दिन से ज़्यादा नहीं रह सकते और इसी कारण उनका टेस्ट टीम का हिस्सा होना सही नहीं रहेगा। वे पहले अपनी फिटनेस पर काम करेंगे और खुद को टेस्ट क्रिकेट के लिए तैयार करेंगे।
आइए सुनते हैं बीसीसीआई ने इस विषय पर क्या कहा:“श्रेयस अय्यर ने बीसीसीआई को रेड-बॉल क्रिकेट से छह महीने का ब्रेक लेने के अपने फैसले से अवगत कराया है। यूके में पीठ की सर्जरी कराने के बाद और अपनी रिकवरी को अच्छी तरह से मैनेज करने के बावजूद, उन्हें हाल ही में लंबे फॉर्मेट में खेलते समय पीठ में बार-बार स्पाज्म और स्टिफनेस का अनुभव हो रहा है। वह इस ब्रेक का उपयोग अपनी एन्ड्यूरेंस तथा फिटनेस पर काम करने के लिए करना चाहते हैं। उनके इस फैसले को देखते हुए, उन्हें ईरानी कप के लिए चयन हेतु नहीं माना गया।” बीसीसीआई के अधिकारी ने कहा।
अय्यर कई वर्षों से पीठ की समस्या से जूझ रहे हैं। फिर भी, अच्छे डोमेस्टिक सीज़न के उपरांत उनका चयन वेस्ट इंडीज के विरुद्ध दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला में हो सकता था। लेकिन उनके इस फैसले के बाद वे अपना ध्यान एक दिवसीय क्रिकेट पर केंद्रित करेंगे और आने वाले ऑस्ट्रेलिया दौरे में अच्छा प्रदर्शन करने को देखेंगे।
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