जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां 1 साल से लापता नाबालिग लड़की अचानक घर लौट आई। उसके वापस आने के साथ ही मोहल्ले में हलचल मच गई। आसपास के लोगों ने मौके पर फेसबुक लाइव कर दिया, जिसमें नाबालिग ने अपने ही गांव के कुछ युवकों पर किडनैप कर बंधक बनाकर रखने के गंभीर आरोप लगाए।
घर लौटते ही सोशल मीडिया पर वायरल हुई लाइव वीडियो
जानकारी के अनुसार, नाबालिग रविवार देर शाम अचानक अपने घर के बाहर पहुंची। परिवार और आसपास के लोग उसे देखकर हैरान रह गए। इसी दौरान कुछ युवकों ने मोबाइल पर लाइव प्रसारण शुरू कर दिया। लाइव में नाबालिग ने रोते हुए बताया कि उसे गांव के ही कुछ लड़कों ने अगवा कर लिया था और एक साल तक विभिन्न स्थानों पर रखकर उस पर दबाव बनाया गया।
उसके बयान का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
पुलिस हुई सक्रिय, जांच शुरू
मामले की सूचना मिलते ही गंगापुर सिटी पुलिस और बाल कल्याण समिति (CWC) की टीम हरकत में आ गई। पुलिस ने नाबालिग को अपने संरक्षण में लेकर मेडिकल जांच करवाई है। साथ ही, उसने जिन लोगों पर आरोप लगाए हैं, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
पुलिस ने बताया कि नाबालिग से विस्तृत बयान दर्ज किए जा रहे हैं और जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
एक साल पहले हुई थी गुमशुदगी दर्ज
परिवार ने करीब एक साल पहले थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। तब से उसका कोई सुराग नहीं लग पाया था। पुलिस और परिवार ने कई बार खोजबीन की, लेकिन वह नहीं मिली। अचानक घर लौटने से परिवार ने राहत की सांस ली, वहीं अब नए आरोपों ने मामले को नया मोड़ दे दिया है।
लाइव वीडियो में लगाए गंभीर आरोप
फेसबुक लाइव के दौरान नाबालिग ने दावा किया कि उसे पहले धोखे से बाहर ले जाया गया और फिर विभिन्न शहरों में छिपाकर रखा गया। उसने यह भी कहा कि अगर पुलिस पहले ही कार्रवाई करती तो शायद उसे इतनी तकलीफें नहीं झेलनी पड़तीं।
हालांकि पुलिस का कहना है कि फिलहाल वे वीडियो की सत्यता और बयान के तथ्यों की पुष्टि कर रही है।
सोशल मीडिया पर बढ़ी चर्चा
फेसबुक लाइव वीडियो वायरल होने के बाद मामला पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गया है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर इतने लंबे समय बाद लड़की अचानक कैसे लौटी और क्या वह वास्तव में पूरे समय बंधक थी या मामला कुछ और है।
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों से बचें और जांच पूरी होने तक किसी भी निष्कर्ष पर न पहुँचें।
अधिकारियों की निगरानी में चल रही जांच
सवाई माधोपुर जिला प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बाल कल्याण समिति, महिला सुरक्षा प्रकोष्ठ और साइबर टीम को जांच में लगाया है। वीडियो की तकनीकी जांच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसमें किसी प्रकार की एडिटिंग तो नहीं की गई।
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