भारत-पाकिस्तान सीमा से सटे राजस्थान के जैसलमेर जिले में शुक्रवार रात करीब 10 बजे बड़ा सड़क हादसा हो गया। लाठी थाना क्षेत्र में एक ट्रक और कैंपर वाहन की आमने-सामने की भिड़ंत हो गई। इस हादसे में कैंपर में सवार 3 वन्यजीव प्रेमियों समेत 4 लोगों की मौत हो गई। हादसे के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने क्रेन की मदद से कैंपर में फंसे शवों को बाहर निकाला और फिर एंबुलेंस की मदद से सभी को पोखरण अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने मौत की पुष्टि के बाद चारों शवों को मोर्चरी में सुरक्षित रखवा दिया और मामले की जांच शुरू कर दी है।
हिरण को शिकार से बचाने निकले थे
बताया जा रहा है कि हिरण शिकार की सूचना मिलने पर वन्यजीव प्रेमी राधेश्याम विश्नोई अपने साथी श्याम फौजी, कंवर सिंह भदारिया और वन विभाग के कर्मचारी सुरेंद्र चौधरी के साथ लाठी क्षेत्र के जंगलों की तरफ कार में सवार होकर निकले थे। तभी लाठी में गैस एजेंसी के पास सामने से आ रहे ट्रक से कैंपर की भिड़ंत हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि सभी लोग कार में ही फंस गए। आज चारों शवों का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिए जाएंगे। राजस्थान के पूर्व कैबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद, धोलिया सरपंच शिवरतन बिश्नोई, वन्यजीव प्रेमी सुमेर सिंह सावंता, भोपाल सिंह झलोड़ा समेत कई गणमान्य हस्तियों ने वन्यजीव प्रेमियों की मौत पर दुख जताया है। जैसलमेर में हुए दुखद सड़क हादसे की खबर मिलते ही मैंने इस संबंध में जानकारी मांगी।
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने मांगी जानकारी
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने शनिवार सुबह ट्विटर पर लिखा, 'जैसलमेर में हुए दुखद सड़क हादसे की जानकारी मिलते ही मैंने जानकारी मांगी। हिरणों को शिकार से बचाने का पुनीत कार्य करने जा रहे वन्यजीव प्रेमी राधेश्याम विश्नोई, श्याम प्रसाद विश्नोई, कंवर सिंह भाटी और सुरेंद्र चौधरी के निधन से दुखी हूं। मैं इन पुण्य आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं।' मैं आज से ही ब्राजील में हो रहे ब्रिक्स सम्मेलन में भाग लेने के लिए यात्रा पर हूं, अन्यथा मैं निश्चित रूप से परिजनों का दुख बांटने के लिए वहां मौजूद होता। मैं उन्हें अपनी हार्दिक संवेदनाएं भेजता हूं। ओम शांति।'
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