जिले के टीडी थाना क्षेत्र में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध बायोडीजल पंप का भंडाफोड़ किया है। यह पूरा सेटअप बेहद चालाकी से एक होटल के पीछे भूमिगत टैंक में बनाया गया था, जहां से खुलेआम वाहनों में बायोडीजल भरने का काम चल रहा था।
🚔 पुलिस की छापेमारी में हुआ खुलासाटीडी थाना पुलिस को लंबे समय से इलाके में अवैध ईंधन की सप्लाई की शिकायतें मिल रही थीं। सूचना के आधार पर पुलिस ने सोमवार देर रात होटल परिसर में छापा मारा। जांच के दौरान होटल के पीछे जमीन के नीचे बड़े टैंक और पाइपलाइन नेटवर्क मिला, जिससे वाहनों में सीधे बायोडीजल भरा जा रहा था।
पुलिस ने मौके से कई हजार लीटर बायोडीजल, पाइप, मोटर और वितरण के उपकरण जब्त किए हैं। मौके से एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है, जबकि पंप संचालक मौके से फरार हो गया।
🧴 भूमिगत टैंक से चल रहा था गोरखधंधाजांच में सामने आया कि होटल के पीछे भूमिगत टैंकों में बायोडीजल का स्टॉक रखा जाता था, जिसे पाइपलाइन के जरिए सड़क किनारे बने नोजल से वाहनों में भरा जाता था। यह पूरा काम रात के समय या कम भीड़भाड़ वाले घंटों में किया जाता था ताकि किसी को संदेह न हो।
स्थानीय लोगों ने बताया कि यह “पंप” पिछले कुछ महीनों से चालू था और ट्रक चालकों को सस्ता बायोडीजल उपलब्ध कराया जा रहा था।
⚖️ लाइसेंस और अनुमति नहीं थीपुलिस और जिला प्रशासन की प्रारंभिक जांच में पता चला कि यह पंप पूरी तरह अवैध था। इसके पास न तो तेल विपणन कंपनियों (OMCs) की कोई मान्यता थी और न ही राजस्थान पेट्रोलियम एंड एक्सप्लोसिव सेफ्टी ऑर्गेनाइजेशन (PESO) से कोई अनुमति।
अवैध ईंधन भंडारण के कारण यहां आगजनी और विस्फोट का भी बड़ा खतरा बना हुआ था।
🧑✈️ थानाधिकारी ने दी जानकारीटीडी थानाधिकारी ने बताया, “हमें सूचना मिली थी कि होटल के पीछे अवैध रूप से बायोडीजल की बिक्री हो रही है। मौके पर पहुंचकर जांच की गई तो पूरी व्यवस्था भूमिगत रूप से तैयार की गई थी। हमने टैंक, पाइपलाइन और भंडारण सामग्री जब्त की है।”
उन्होंने कहा कि इस मामले में पेट्रोलियम अधिनियम और एक्सप्लोसिव एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। फरार पंप संचालक की तलाश जारी है।
🏛️ प्रशासन करेगा जांच और कार्रवाईजिला प्रशासन ने भी इस घटना को गंभीर मानते हुए संबंधित विभागों को रिपोर्ट सौंपी है। तेल कंपनियों और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से भी जानकारी मांगी गई है कि इस क्षेत्र में किसी को बायोडीजल डीलिंग की अनुमति दी गई थी या नहीं।
🔍 स्थानीय स्तर पर चर्चा का विषय बना मामलाअवैध बायोडीजल पंप का यह खुलासा इलाके में चर्चा का विषय बन गया है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि इतने बड़े स्तर पर भूमिगत टैंक और सप्लाई नेटवर्क बन जाने के बावजूद स्थानीय अधिकारियों को इसकी भनक कैसे नहीं लगी।
उदयपुर पुलिस का कहना है
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