जैसलमेर: उत्तर पश्चिम रेलवे के जोधपुर मंडल ने पचपदरा रिफाइनरी को रेलवे नेटवर्क से जोड़ने की योजना तैयार कर ली है। लगभग सभी तकनीकी औपचारिकताएँ पूरी कर ली गई हैं। जोधपुर मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) अनुराग त्रिपाठी ने "अमृत संवाद" कार्यक्रम के दौरान यह जानकारी दी। त्रिपाठी ने बताया कि रेलवे आवश्यक साइडिंग या कनेक्शन उपलब्ध कराएगा। कंपनी को एक प्रस्ताव भेजा गया है। उन्होंने बताया कि रिफाइनरी से जुड़े पावर टर्मिनल के पट्टे, किराए और अन्य दायित्वों पर भी चर्चा हुई है।
अधिकारियों ने बताया कि यह परियोजना न केवल रेलवे के लिए, बल्कि पूरे राजस्थान के आर्थिक विकास के लिए भी लाभकारी होगी। रिफाइनरी के चालू होने के बाद माल ढुलाई में वृद्धि से रेलवे के राजस्व में वृद्धि होगी और क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा मिलेगा। त्रिपाठी ने यह भी बताया कि उत्तर पश्चिम रेलवे के पूरे 5,500 किलोमीटर लंबे नेटवर्क को टक्कर रोधी "कवच" प्रणाली से लैस किया जा रहा है। वर्तमान में, यह कार्य जोधपुर-जयपुर रेलमार्ग पर चल रहा है और जल्द ही बीकानेर और अजमेर मंडलों में भी शुरू हो जाएगा।
उन्होंने बताया कि देश में जल्द ही बुलेट ट्रेनें दौड़ेंगी। नागौर जिले में बन रहे देश के पहले हाई-स्पीड रेलवे टेस्टिंग ट्रैक पर काम तेज़ी से चल रहा है। 64 किलोमीटर लंबे इस ट्रैक को हाई-स्पीड, सेमी-हाई-स्पीड और मेट्रो ट्रेनों की गति और स्थिरता के परीक्षण के लिए डिज़ाइन किया जा रहा है।
"स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं में सुधार"
मंडल रेल प्रबंधक अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य रेल प्रशासन और नागरिकों के बीच एक मज़बूत सीधा संवाद चैनल स्थापित करना है। इसके माध्यम से यात्रियों की समस्याएँ, सुझाव और अपेक्षाएँ सीधे अधिकारियों तक पहुँचती हैं, जिन पर गंभीरता से विचार करके आवश्यक कार्रवाई की जाती है। उन्होंने बताया कि अमृत संवाद पहल का उद्देश्य पंच प्राणों की भावना को मूर्त रूप देते हुए नागरिक भागीदारी के माध्यम से भारतीय रेलवे को और अधिक आधुनिक, स्वच्छ, यात्री-अनुकूल और जन-केंद्रित बनाना है।
SETI संगोष्ठी का भी आयोजन
संवाद कार्यक्रम के दौरान, इंजीनियरिंग, परिचालन, सिग्नलिंग और यांत्रिक विभागों के रेल कर्मियों के साथ एक सुरक्षा संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया। कार्यस्थल पर सुरक्षा मानकों के पालन, सतर्कता और उच्च सुरक्षा प्रथाओं पर ज़ोर दिया गया। विभागीय अधिकारियों ने रेल सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
प्रस्तावों को पूरा करने का आश्वासन
कार्यक्रम के दौरान, स्टेशन पुनर्विकास, बेहतर यात्री सुविधाओं, स्वच्छता और सौंदर्यीकरण से संबंधित विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने जैसलमेर से जयपुर, दिल्ली और बीकानेर जैसे प्रमुख शहरों के लिए सीधी रेल कनेक्टिविटी की भी माँग की। मंडल रेल प्रबंधक ने इन सुझावों पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और कई प्रस्तावों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम का संचालन राजकुमार जोशी ने किया।
स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता राजेंद्र अवस्थी, ऋषि तेजवानी, अरुण पुरोहित, ओमप्रकाश, कमल ओझा, बाबूलाल शर्मा और सवाई सिंह के साथ ही रेलवे के अधिकारी मंडल अभियंता विक्रम सिंह, सहायक वाणिज्य प्रबंधक सुरेंद्र सिंह, वरिष्ठ जनसंपर्क निरीक्षक पुरुषोत्तम परवाल, वाणिज्य निरीक्षक मनकाराम और विभिन्न विभागों के कर्मचारी उपस्थित थे।
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